मनुष्य जीवन के 16 संस्कार बताए गए हैं और इसमें 16 संस्कार है अंतिम संस्कार जो किसी की मृत्यु के बाद किया जाता है। मृत्यु जीवन अटल सत्य है। जिसने जन्म लिया है, उसे मृत्यु अवश्य प्राप्त होती है। अंतिम संस्कार से पहले शवयात्रा निकाली जाती है, जिसमें मृत व्यक्ति के घर-परिवार के सदस्य और मित्र आदि शामिल होते हैं। अगर हमें किसी अनजाने व्यक्ति की शवयात्रा दिखती है तो पुरानी मान्यताओं के अनुसार कुछ खास काम करना चाहिए, जिनसे हमारे पुण्य बढ़ सकते हैं। जानिए ये काम कौन-कौन से हैं...
कुछ देर रुक जाएं
गरुड़ पुराण के अनुसार किसी मृत व्यक्ति की अंतिम यात्रा में शामिल होने से, शव को कंधा देने से पुण्य में बढ़ोतरी होती है। इसी कारण अधिकतर लोग इन परंपराओं का पालन अनिवार्य रूप से करते हैं, लेकिन किसी अनजाने व्यक्ति की अंतिम यात्रा में शामिल होना सभी के लिए संभव है। ऐसे में जब भी किसी की शवयात्रा दिखे तो हमें रुक जाना चाहिए। पहले शवयात्रा को निकलने देना चाहिए। ये एक शुभ कर्म है, इससे धर्म लाभ बढ़ता है। साथ ही, ये शिष्टाचार की बात भी है।
जपें राम का नाम
जब किसी की यात्रा दिखती है तो राम नाम का जाप करना चाहिए। श्रीरामचरित मानस के अनुसार राम नाम के जाप से शिवजी अति प्रसन्न होते हैं। शिवपुराण के अनुसार मृत्यु के बाद आत्मा परमात्मा यानी शिवजी में ही विलीन हो जाती है, इस कारण शवयात्रा दिखे तो राम नाम का जाप करना शुभ रहता है। इससे शिवजी की कृपा मिलती है। इसीलिए शवयात्रा में राम नाम सत्य है बोला जाता है।
मौन रहें
जब भी कहीं से शवयात्रा निकल रही हो तो शांत हो जाना चाहिए। किसी भी प्रकार का शोर नहीं करना चाहिए। ये मृत व्यक्ति के शव के लिए सम्मान को दर्शाता है।