लेकिन कई बार होता है कि कुछ लोग शादी से पहले कुंडली मिलान नहीं करवा पाते हैं। जिसके बाद पति-पत्नी के रिश्तें में कई तरह की समस्या आ जाती हैं। इससे दाम्पत्य जीवन में उतार-चढ़ाव भी देखने को मिलते हैं। कई बार विवाह के बाद मांगलिक दोष के बारे में मालूम पड़ता है ऐसे में पति-पत्नी दोनों चिंतित हो जाते हैं। ज्योतिष में इसके लिए कुछ उपाय बताए गए हैं। जिनको करने से शादी होने के बाद भी बहुत हद तक मांगलिक दोष से राहत मिल सकती है। ज्योतिष शास्त्र में वैसे तो शादी से पहले ही मांगलिक दोष और उसके परिहार पर विचार करने का विधान बताया गया है, लेकिन भूलवश जो लोग ये नहीं कर पाते उनके लिए ये उपाय हैं।
कुंडली में ऐसे पता चलता है मांगलिक दोष
शादी के लिए कुंडली मिलाते समय सबसे पहले मांगलिक दोष को खासतौर से देखा जाता है। इस मुद्दे पर काफी गौर किया जाता है। यह एक ऐसा दोष है जो कुंडली के मंगल ग्रह से जुड़ा होता है। अगर लड़के या लड़की की कुंडली में मंगल 1, 4, 6, 8 या 12 वें भाव है तो इससे मांगलिक दोष बनता है।