खंडवा/हरसूद. इंटरनेशल रेसलर अपर्णा विश्नोई रविवार रात अपने पैतृक गांव सोनखेड़ी पहुंची। हाल ही में सिंगापुर में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में कुश्ती में सिल्वर मेडल जीतने के बाद वे पहली बार अपने गांव पहुंची थीं। इस खुशी में परिवार और गांववालों ने अपर्णा का जमकर स्वागत और सम्मान किया। लोगों के खुशी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें गोद में उठाकर पूरे गांव में घुमाया गया। एेसा था गांव का नजारा...
- रेसलर अपर्णा खंडवा के हरसूद के पास के पास सोनखेड़ी की रहने वाली हैं।
- उनके यहां पहुंचने पर सोमवार की सुबह 10.30 बजे ढोल-ढमाके और आतिशबाजी करते हुए रमाशंकर पटेल के घर पहुंचे।
- यहां उनकी बेटी रेसलर अपर्णा को सम्मानपूर्वक गोद में उठाकर गांव में चक्कर लगाया गया।
- गांव की बेटी को मिली इस कामयाबी से परिवार के साथ पूरे गांव की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
- पूरे गांव में मिठाई बांट कर इसका इजहार किया गया। इस दौरान भारत माता के जयकारे भी लगाए गए।
- गांववालों ने इस कामयाबी को अपर्णा ही नहीं गांव और प्रदेश के लिए भी गर्व का पल बताया।
- बताया जाता है कि वे इंटरनेशनल रेसलिंग कोच कृपाशंकर विश्नोई की भतीजी हैं।
सिंगापुर से ज्यादा खुशी गांव में सम्मान पाकर मिली
- देश-प्रदेश और इंटरनेशनल लेवल पर सम्मानित हो चुकी अपर्णा अपने पैतृक गांव में मिले सम्मान से भाव-विभोर हो गईं।
- उसने कहा दुनिया में सम्मान की तुलना में अपने गांव में सम्मान ज्यादा ऊंचा है। ऐसा सौभाग्य कम ही लोगों को मिलता है। उनमें मैं भी शामिल हूं।
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