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पहले साल रिसने लगा डेम, विरोध में किसानों ने ढाई घंटे धरना दिया
खकनार से 5 किलोमीटर दूरी पर ग्राम सावली में एक साल पहले बना डेम अभी से रिसने लगा है। डेम के घटिया निर्माण को लेकर सोमवार को सैकड़ों किसान लामबंद हुए। कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में डेम पहुंचकर आक्रोश जताया। करीब ढाई घंटे तक ग्रामीण धरने पर बैठे रहे। तहसील पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। जांच कराने की मांग की।
कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष भास्कर महाजन ने कहा-सावली में 2015 में 4 करोड़ 25 लाख 80 हजार रुपए की लागत से डेम का निर्माण हुआ था। 200 हेक्टेयर की सिंचाई क्षमता वाले डेम से निमंदड, शेखापुर, सावली के करीब 2 हजार से अधिक किसान निर्भर है। इस साल बारिश में डेम भरा लेकिन तिगुनी रफ्तार में जलस्तर घट भी रहा है। ग्रामीणों ने डेम निर्माण गुणवत्ता से नहीं करने का आरोप लगाया। कांग्रेस के नेतृत्व में घटिया निर्माण की पोल खोलकर कार्रवाई की मांग की। किसानों ने कहा गनीमत है बारिश में डेम पूरी तरह नहीं भरा है। यदि लबालब भरता तो फूट भी सकता था। इससे सैकड़ों खेतों में पानी घुस जाता। पूरा निमंदड गांव बह सकता था। कई लोगों को जान गंवानी पड़ती। इतने बड़े पैमाने पर नुकसान होने का अंदेशा है फिर भी जिम्मेदार अफसरों का ध्यान नहीं है। सुधार नहीं किया जा रहा है।
दो महीने में खाली हो जाएगा तालाब
एक साल बाद ही तीन गुना रफ्तार से डेम रिस रहा है। इससे किसान फसलों की सिंचाई को लेकर चिंता में पड़े है। किसानों ने कहा वर्तमान में जिस गति से पानी डेम से खाली हो रहा है। 1 -2 महीने में पूरा खाली हो जाएगा। किसान और कांग्रेस पदाधिकारियों ने प्रदेश सरकार से निर्माण की जांच की मांग की। जिम्मेदार ठेकेदार और एजेंसी पर कार्रवाई कर जिम्मेदर को जेल भिजवाने की मांग की। ब्लॉक अध्यक्ष अजय महाजन, नेपानगर युवक कांग्रेस अध्यक्ष गजानन महाजन, किसान प्रदेश कांग्रेस महामंत्री नितिन राजोरिया, लोकसभा सचिव राजू महाजन, जनपद सदस्य प्रकाश राठौर, गजानन पाठक, वरिष्ठ कांग्रेस नेता वसंत पाटील, सरपंच लाडकीबाई बालू प्रकाश गाढ़वे सहित सावली के किसान शामिल हुए।
सैकड़ो किसानों ने सावली डेम पहुंचकर धरना दिया। रिसाव बंद कराने की मांग की।