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चरक अस्पताल में गर्भवती को स्ट्रेचर व व्हील चेयर से नहीं जाना पड़ेगा
28 जून को भास्कर ने इस संबंध में खबर प्रकाशित की थी।
भास्कर संवाददाता | उज्जैन
गर्भवती व प्रसूताओं के लिए 21 जून से बंद पड़ी चरक अस्पताल की लिफ्ट का संचालन एनएचएम के डायरेक्टर डॉ.बीएन चौहान ने सोमवार से शुरू करवा दिया है। निरीक्षण के दौरान उन्हें इस समस्या के बारे में पता चला था। उन्होंने लिफ्ट लगाने वाले ठेकेदार को ही इनके संचालन का जिम्मा सौंपा है। इसका उपयोग गर्भवती महिलाओं व प्रसूताओं के लिए ही 24 घंटे होगा।
नया ठेका होने तक यह व्यवस्था रहेगी। इसके लिए तीन लिफ्टमैन उपलब्ध कराए हैं। जिला अस्पताल प्रशासन को भी तब पता चला जब लिफ्ट का संचालन शुरू हो गया। दैनिक भास्कर ने 28 जून के अंक में गर्भवती महिलाओं को हो रही परेशानी का मामला उठाया था।
इसलिए बंद की थी
अप्रैल में अस्पताल शुरू होने के बाद से 10 में से 8 लिफ्ट का संचालन शुरू किया गया था। संचालन अस्पताल के कर्मचारी व गार्ड करते थे। 20 जून को लिफ्ट बीच में रुक गई थी, इसमें करीब एक घंटे तक मरीज व उनके परिजन फंसे रहे थे। घटना व लिफ्ट मैन नहीं होने के चलते इनका संचालन बंद कर दिया गया था। अस्पताल प्रशासन ने निर्णय लिया था कि आउटसोर्स से ही इनका संचालन करवाया जाएगा। इसके लिए ठेके की प्रक्रिया चल रही है।
यह थी मरीजों को परेशानी
अस्पताल की दूसरी व तीसरी मंजिल पर संचालित प्रसूतिगृह तक गर्भवती महिलाओं व प्रसूताओं को स्ट्रेचर पर लेटा कर या व्हीलचेयर में बैठाकर रैम्प से होकर ले जाना पड़ता था जो कि रिस्की था। डिलेवरी के लिए आने वाली महिलाएं तत्काल लेबर रूम में नहीं पहुंच पाती थीं।
मरीजों के लिए लिफ्ट शुरू की है। ठेका होने तक संचालन लिफ्ट लगाने वाले ठेकेदार को सौंपा है। डॉ.एनके त्रिवेदी, सिविल सर्जन