अहमद पटेल बोले: नोटबंदी कामयाबी थी तो अटलजी ने क्यों नहीं दोहराई; मोदी कहा था- इंदिरा ने की थी 37 साल पहले गलती

6 वर्ष पहले
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नई दिल्ली. कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा है कि अगर नोटबंदी कामयाबी थी अटल बिहारी वाजपेयी ने 1978 में इसे दोहराया क्यों नहीं? बता दें कि नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को इंदिरा गांधी पर नोटबंदी में विफल रहने का आरोप लगाया था। पटेल ने शनिवार को मोदी के इसी आरोप का जवाब देते हुए कहा कि कुछ लोगों को इतिहास की सही जानकारी नहीं है। पटेल ने किए कई ट्वीट...
 

- मोदी के इंदिरा गांधी पर नोटबंदी की सलाह ठुकराने का आरोप लगाने के बाद अहमद पटेल ने शनिवार को कई ट्वीट किए। बता दें कि अहमद पटेल सोनिया गांधी के पॉलिटिकल एडवाइजर भी हैं। 
- पटेल ने आरोप लगाया कि केंद्र ब्लैकमनी को बढ़ावा दे रहा है। पटेल ने कहा कि उनकी पार्टी नोटबंदी के खिलाफ है। 
- पटेल ने ट्वीट में लिखा- राजेंद्र बाबू से इंदिरा जी और डॉक्टर सिंह तक, हम हमेशा नोट बैन के खिलाफ रहे हैं। लेकिन कुछ लोगों को यू टर्न की आदत है। इन्हें हिस्ट्री सही तरीके से पढ़ लेनी चाहिए। 
- पटेल ने आगे लिखा, 1978 में वाजपेयी उस टीम में शामिल थे जिसने एक हजार के नोट को बंद करने का फैसला किया था। जब वो पीएम बने तो इस नोट को फिर चालू कर दिया गया। क्या इसे देश से ऊपर पार्टी का मामला नहीं समझा जाना चाहिए। 
- पटेल ने ये भी कहा कि एक और दो हजार के नोटों का मामले एनडीए वन और एनडीए टू में हुए। सवाल ये है कि ब्लैकमनी को कौन प्रमोट कर रहा है?  
 
क्या कहा था मोदी ने?
- मोदी ने शुक्रवार को बीजेपी पार्लियामेंट्री पार्टी की मीटिंग में कहा था- \"1971 में वांछू कमेटी ने इंदिरा गांधी को भी नोटबंदी की सलाह दी थी, लेकिन उन्होंने रिपोर्ट को दरकिनार कर दिया था। इससे देश को भारी नुकसान हुआ।\'\'
- मोदी ने कहा था, \'\'एक किताब में इस बात का जिक्र है। उस वक्त के वित्तमंत्री वाईबी चव्हाण ने इस प्रस्ताव के बारे में कहा था तो इंदिरा गांधी ने देखा और फिर एक ही सवाल पूछा- क्या कांग्रेस को आगे चुनाव नहीं लड़ना है? चव्हान को मैसेज मिल गया था। बताइए देश बड़ा, या दल बड़ा?\'\'
- \'\'जो काम 1971 में किया होता तो देश को भारी नुकसान नहीं होता।\"
- \'\'कम्युनिस्ट पार्टी ने बंगाल में कांग्रेस से समझौता किया, मुझे लगा कि वे ममता बनर्जी को हटाने के लिए ऐसा कर रहे हैं। लेकिन इस बार सदन में जो व्यवहार रहा है, इससे लगता है कि कम्युनिस्ट पार्टी ने विचारों से समझौता कर लिया है।\'\'
- \'\'वांछू कमेटी की रिपोर्ट पर कम्युनिस्ट नेताओं के बयान को आज के वाम नेताओं को पढ़ना चाहिए।\'\'