भारत में वैसे तो अभी तक कई घोटाले हुए हैं जिनमें से कई घोटालों का पर्दाफाश हो चुका है तो वहीं कई ऐसे भी रहे जो अभी तक परतो में ही दबे हैं। वहीं कुछ घोटाले ऐसे भी रहे जिन्होंने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। ऐसा ही एक घोटाला रहा स्टांप पेपर घोटाला।
इस घोटाले में अब्दुल करीम तेलगी का नाम सामने आया जो सबसे बड़ा जालसाज था।
हाल ही में अब्दुल करीम तेलगी की इंसेफेलाइटिस यानि दिमागी बुखार के चलते मौत हो गई थी। गौरतलब है कि उसे दिमागी बुखार के अलावा और भी कई तरह की बीमारियां थीं। मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर और एडस जैसी गंभीर बीमारी ने भी उसे जकड़ रखा था।
कौन था अब्दुल करीम तेलगी ?
अब्दुल करीम तेलगी एक रेलवे कर्मचारी का बेटा था। बेहद कम उम्र में ही अब्दुल करीम तेलगी को अपने पिता से दूर होना पड़ा। पिता की मौत के बाद घर की पूरी जिम्मेदारी अब्दुल करीम तेलगी पर आ गई और गुजारा करने के लिए अब्दुल करीम तेलगी ने फल और सब्जी बेचना शुरू कर दिया, लेकिन बाद में उसने अपना दिमाग गलत कामों में लगाया और देखते ही देखते अब्दुल करीम तेलगी बहुत बड़ा घोटालेबाज बन गया।
सर्वोदय विद्यालय खानपुर से पढ़ाई करने वाले अब्दुल करीम तेलगी अपनी फीस खुद ही भरता था, लेकिन उसकी किस्मत तब बदली जब पैसा कमाने के लिए वो सात साल के लिए सऊदी अरब चला गया।
वहां से आने के बाद अब्दुल करीम तेलगी जालसाज बन गया और नकली पासपोर्ट बनाकर लोगों को ठगने लगा। अब्दुल करीम तेलगी ने नकली स्टांप पेपर बनाने का काम भी शुरू कर दिया।
अब्दुल करीम तेलगी ने नकली स्टांप पेपर बनाकर बीमा कंपनियों से लेकर बैंकों और विदेशी निवेशकों तक को बेचे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब्दुल करीम तेलगी का ये घोटाला करीब 10 अरब रुपये का था जिसमें कई पुलिस अफसर और सरकारी कर्मचारी तक शामिल थे। कई बड़े नेताओं के नाम भी इसमें सामने आए।
2006 में मिला 30 साल का कठोर कारावास
स्टांप पेपर घोटाले में अब्दुल करीम तेलगी को साल 2006 में 30 के कठिन कारावास की सजा सुनाई गई और 202 करोड़ का जुर्माना भी लगाया गया। इसके अलावा इस घोटाले में शामिल अब्दुल करीम तेलगी के सभी साथियों को 6-6 साल की सजा सुनाई गई।
स्टांप पेपर घोटाले पर बनी यह फिल्म
अब्दुल करीम तेलगी और उसके द्वारा किया गया स्टांप पेपर घोटाला इतना बड़ा था कि बॉलीवुड ने इस पर 'मुद्रांक (द स्टैम्प) नाम से एक फिल्म बनाई। यह फिल्म 2008 में बनकर तैयार हो गई थी लेकिन अब्दुल करीम तेलगी ने इसकी रिलीज पर रोक लगाने के लिए केस फाइल कर दिया।
उस वक्त तेलगी ने कहा था कि फिल्म में जो भी तथ्य दिखाए गए हैं वो उस पर चल रही कानूनी कारर्वाई में खलल डाल सकते हैं। यह फिल्म आज तक रिलीज नहीं हुई है।