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  • आज है देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 71वीं जयंती

PHOTOS: जब एक सैनिक ने राजीव गांधी पर बंदूक की बट से किया था हमला

8 वर्ष पहले
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नई दिल्ली. देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज 71वीं जयंती है। इंदिरा गांधी की मौत के बाद वह 1984 से 1989 तक देश के सबसे युवा (7वें) प्रधानमंत्री रहे। इस दौरान उन्होंने श्रीलंका में तमिल समस्या और शांति को लेकर काफी काम किए। इससे खफा एक श्रीलंकाई सैनिक ने राजीव गांधी पर बंदूक की बट से हमला कर दिया था। जब उन्हें पड़ोसी देश में गार्ड ऑफ ऑनर दिया जा रहा था। पिछले साल इसी पूर्व सैनिक ने पीएम मोदी को भी चेतावनी दी थी। dainikbhaskar.com आपको बता रहा है आखिर क्या है पूरा मामला।
शांति समझौते के लिए श्रीलंका गए थे राजीव
30 जुलाई 1987 को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी इंडो-श्रीलंका शांति समझौते के लिए कोलंबो पहुंचे थे। राष्ट्रपति भवन में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जा रहा था। इसी दौरान नौ सैनिक विजिथा रोहन विजेमुनी ने उन पर बंदूक की बट से हमला किया। राजीव गांधी सही समय पर झुक गए। हालांकि राइफल उन्हें लगी जरूर, लेकिन ज्यादा जोर से नहीं। इसके बाद राजीव गांधी को फौरन उनके गार्ड्स ने घेर लिया। हमला करने वाले विजेमुनी को अरेस्ट कर लिया और कोर्ट ने उसे 6 साल की सजा सुनाई। हालांकि ढाई साल बाद श्रीलंकाई राष्ट्रपति आर प्रेमदासा ने उसकी सजा माफ कर दी। विजेमुनी अब एक छोटी-सी दुकान चलाता है। जहां म्यूजिक सीडी और थोड़ा-बहुत स्टेशनरी का सामान मिलता है। मजेदार बात है कि अब वह एक सफल ज्‍योतिषी भी बन गया और लोगों का भविष्‍य देखता है।
मोदी को भी चेतावनी दे चुका है श्रीलंकाई सैनिक
28 साल पहले राजीव गांधी पर हमला करने वाला श्रीलंकाई सैनिक विजेमुनी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धमकी दे चुका है। पिछले साल मोदी के श्रीलंका दौरे से पहले उसने चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि नरेंद्र मोदी को श्रीलंका के घरेलू मामलों में दखल देने से दूर रहना चाहिए। विजेमुनी ने कहा था कि वह मोदी को पसंद करता हैं, क्योंकि वह अच्छे आदमी हैं। मोदी को हमारी क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना चाहिए।
क्या है श्रीलंका में तमिल समस्या
श्रीलंका में तमिलों और सेना के बीच कई सालों तक संघर्ष चला था। जिसमें हजारों श्रीलंकाई सैनिक मारे गए थे। वहीं, शांति सैनिकों के रूप में श्रीलंका गए करीब 1500 भारतीय सैनिकों को भी अपनी जान गंवानी पड़ी थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने श्रीलंका में शांति बहाली के लिए काफी प्रयास किए। इससे खफा तमिल संगठन लिट्टे ने 21 मई 1991 को चेन्नई के पास एक गांव में बम ब्लास्ट कर उनकी हत्या कर दी थी। राजीव के हत्यारे अभी जेल में हैं और उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई है।
आगे की स्लाइड्स में देखिए, राजीव गांधी के अंतिम पलों के कुछ PHOTOS...