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साल की ~150 करोड़ आय, स्टेशन पर सुविधाएं नहीं
मुक्तसररेलवे स्टेशन पर यात्रियों को सुविधाएं मुहैया करवाने में रेलवे प्रशासन फेल हो रहा है। यह खुलासा रेलवे विभाग से आरटीआई के माध्यम से मांगे रिकॉर्ड से हुआ है। रेलवे को मुक्तसर रेलवे स्टेशन से माल यात्री कि रेलवे को मुक्तसर रेलवे स्टेशन से माल यात्री भाड़े से वार्षिक करीब 150 करोड़ रुपए की आमदन हो रही है, परंतु इस हलके के लोगों को रेलवे द्वारा बुनियादी सुविधाएं नहीं दी जा रही। जानकारी के अनुसार रेलवे ने 16 जुलाई 2012 को करीब 300 करोड़ रुपए खर्च करके फाजिल्का-अबोहर 42 किलोमीटर नई रेलवे लाइन शुरू की थी, परंतु चार साल से अधिक का समय बीत जाने के बावजूद कोटकपूरा-मुक्तसर के लोगों के लिए अबोहर-गंगानगर यात्री गाड़ी नहीं चलाई। नेशनल कंज्यूमर अवेयरनैस ग्रुप के जिलाध्यक्ष श्याम लाल गोयल महासचिव गुरिंदरजीत सिंह बराड़ ने जानकारी देते हुए कहा कि जनरल मेनेजर उत्तरी रेलवे नई दिल्ली, मंडल रेलवे मैनेजर फिरोजपुर/अंबाला को नोटिस देकर मांग की है कि रेलवे ने बठिंडा से यात्री ट्रेन नं. 546559/60 फाजिल्का तक 116 किलोमीटर वाया अबोहर चलाई थी। इस रूट पर बठिंडा अबोहर तक पहली ही 13 यात्री गाड़ियां चल रही हैं जबकि बठिंडा फाजिल्का के लिए 4 यात्री गाड़ी चल रही है। उन्होंने मांग की है कि ट्रेन नंबर 54559/60 का रूट बदलकर बठिंडा-अबोहर वाया मुक्तसर फाजिल्का किया जाए। बठिंडा से ट्रेन नंबर 54787, 12.35 पर फाजिल्का चलती है। इसके बाद 21.20 पर बठिंडा से फाजिल्का के लिए यात्री गाड़ी चलती है। इसे नौ घंटे के समय के बीच कोई गाड़ी फाजिल्का नहीं चलती। बठिंडा से 16 बजे फाजिल्का के लिए नई यात्रर गाड़ी चलाई जाए।
उन्होंने मांग की है कि श्री मुक्तसर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर श्री मुक्तसर साहिब किया जाए।अगर उक्त मांगे पूरी हुई तो अदालती कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर सीनियर मीत प्रधान बलदेव सिंह बेदी, मीत प्रधान भंवर लाल शर्मा, सचिव सुदर्शन कुमार सिडाना, प्रमोद कुमार आर्य, रविंदर कटारिया, परमजीत कमला, काला सिंह बेदी, गोबिंद सिंह दाबड़ा, प्रदीप दुग्गल, योगेश्वर योगी बिशन टेलर आदि उपस्थित थे।
रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर श्री मुक्तसर साहिब रखने की मांग
मुक्तसर रेलवे स्टेशन पर प्लेट फार्म के बढ़ाई गई खाली पड़ी जगह।
अनदेखी