कुदरती खेती के फायदों से करवाया अवगत
खेती विरासत मिशन की तरफ से आर्यभट्ट ग्रुप में कुदरती खेती के संबंध में कैंप लगाया गया।
इस कैंप में इलाके के करीब 500 किसानों ने भाग लिया। इस मौके पर किसानों को कुदरती तौर पर बिना किसी दवाई के खेती करने के तरीके उसके फायदे बताए गए। खेती विरासत मिशन के डायरेक्टर उमेंदर दत्त ने बताया कि पंजाब खेती प्रधान देश है लेकिन खेती में हो रही बेहद ज्यादा जहरीली वस्तुओं के उपयोग से वातावरण खराब हो गया है जिसे ठीक करने की जरूरत है। उन्होंने कुदरती तौर पर खेती करने के साथ इसमें उपजे खान पान को जीवन का हिस्सा बनाने पर जोर दिया। वही कहा कि इससे कई गंभीर बीमारियां लगने की संभावना भी कम होती है।
पंजाब में बढ़ रहे कैंसर का भी यह मुख्य कारण है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस महीने के अंत तक हरेक जिले में सेमीनार कर किसानों को जागरूक किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कुदरती तौर पर खेती करने से धरती की क्षमता बढ़ती है साथ ही किसान का खर्चा भी कम हो जाता है लेकिन अंधाधुंध जहरीली दवाईयों का उपयोग हमारी सेहत के लिए बेहद खतरनाक है। इस मौके पर कैंपस डॉयरेक्टर अतिल कुमार ने आए हुए सभी मेहमानों को सम्मानित किया। इस मौके पर चेयरमैन आरके गुप्ता, राजीव मंगला, विक्की सिंगल, दिनेश बांसल, नरेश कुमार आदि हाजिर थे।
आर्यभट्ट ग्रुप के संस्थान में लगाए खेती विरासत कैंप में जानकारी देते वक्ता हाजिर लोग।