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- नींबू के पौधे की बढ़वार के लिए पौधे के आसपास गुड़ाई कर खरपतवार नष्ट करें
नींबू के पौधे की बढ़वार के लिए पौधे के आसपास गुड़ाई कर खरपतवार नष्ट करें
{ नींबूका पौधा दो वर्ष का हो गया है। मगर, पौधे की बढ़वार नहीं हो रही है। क्या करें?
-नरेंद्र कुमार, भिकांसर, झुंझुनूं
नींबूके पौधे की बढ़वार के लिए पौधे के आसपास गुड़ाई कर खरपतवार को नष्ट करें। गोबर की खाद रासायनिक उर्वरक काे उपयोग लें।
{अनारके पौधे में फूल लगते हैं, लेकिन फल नहीं लगते। कोई उपाय बताएं।
-विनोद कुमार मीणा, दौसा
अनारके पौधे के आसपास गुड़ाई कर उसमें गोबर की खाद सहित एनपीके फर्टीलाइजर डालें। साथ ही पौधे में फूल आने के दौरान सिंचाई बंद कर दें।
{ग्वारपाठेके पौधे की अंतरण दूरी कितनी होनी चाहिए?
-नासिर शाह, सीसवाली, बारां
ग्वारपाठेके पौधे या स्लीव की अंतरण दूरी दो फुट होती है। इससे पौधे का फुटान सही हो सकेगा।
{एलोवेराकी खेती कब की जाए?
-ब्रह्मानंद शर्मा, भरतपुर
एलोवेराकी खेती जून जुलाई के साथ फरवरी मार्च में प्रारंभ की जा सकती है।
{कागजीलेमन का प्लांटेशन कब किया जाए?
-रामकेश, चूरू
कागजीलेमन का प्लांटेशन जून जुलाई माह के साथ फरवरी मार्च माह में किया जा सकता है।
{चीकूका पौधा सूख रहा है, क्या करें?
-दीपक पुरोहित, जालौर
गर्मीके मौसम में चीकू का पौधा सूख सकता है। मगर, बारिश होने पर स्वतः पौधे में फुटान शुरू हो जाएगा।
{बेरके पौधे कहां मिलते हैं।
-रामकिशन, जालौर
बेरके पौधे उद्यान विभाग की राजहंस नर्सरी में उपलब्ध हो सकते हैं। किसान इसके लिए उद्यान विभाग से संपर्क करें।
{गर्मीके मौसम में धनिया नहीं होता है। इसके बोने की प्रक्रिया बताएं।
-पूरणमल सैनी, छोकरवाड़ बोदी कोठी, सिकराय दौसा
गर्मीके मौसम में शेडनेट हाउस में धनिये की बुआई कर उत्पादन ले सकते है। इसकी प्रक्रिया की अधिक जानकारी के लिए संबंधित ग्राम पंचायत में कृषि पर्यवेक्षक से संपर्क करें।
{मैंनेअमरूद बील के पौधे लगाए हैं। इन्हें दीमक कीड़ों से बचाने के लिए कौनसी दवा उपयोग में लें।
-कृष्ण कुमार स्वामी, बागाबास, जयपुर
अमरूदबील के पौधे में दीमक कीड़ों से बचाव के लिए कीटनाशक क्लोरोपाइरीफॉश ईसी-20 की 4 एमएल दवा एक लीटर पानी में घोलकर पेड़ के तने में डाल दें। यह समस्या हल हो जाएगी।
{करौंदेके पौधे में फूल फल नहीं लग रहे हैं, क्या करें। -रामहेतसिंह, जयपुर
करौंदेमें तीन साल के बाद फूल फल लगते हैं। इसके लिए पौधे में गोबर की खाद फर्टिलाइजर का उपयोग करें।
किसान हैल्पलाइन नंबर
18001801551,18001806127
(सुबह10 से शाम 5 बजे तक, टोल फ्री)
राज्यस्तरीय हैल्प डेस्क (0141-5102578)
एक्सपर्ट शीश मोहम्मद, कृषि पर्यवेक्षक, उद्यान विभाग, अलवर