कस्बे के आस्थाधाम घुश्मेश्वर मंदिर को जोड़ने वाली प्रमुख सड़के खास्ताहाल में हैं। इस बारे में जानकारी होने के बाद भी सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा कोई ध्यान नहीं देने के कारण ग्रामीणों में आक्रोश है।
ग्रामीणों ने बताया की सड़क के माध्यम से जयपुर, टोंक, निवाई, सवाई माधोपुर, कोटा सहित दूरदराज के शिव भक्त भगवान शंकर के दर्शन के लिए यहां आते हैं लेकिन टूटी-फूटी सड़कों से उन्हें काफी परेशानी होती है। सवाई माधोपुर से शिवाड़ जाने के लिए मात्र डेढ घंटा लगता है लेकिन सड़के क्षतिग्रस्त होने के कारण उन्हें तीन घंटे लग जाते हैं। सड़क का निर्माण करवाने के लिए विभाग के अधिकारियों को कई बार लिखित एवं मौखिक में अवगत भी करा दिया गया है लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यहां तक की देवली बनास रपट भी क्षतिग्रस्त पड़ी हुई है और इस पर भी विभाग कन्नी काट रहा है। लोगों ने बताया की क्षेत्र के घुश्मेश्वर मंदिर में लगने वाला महाशिवरात्रि मेला भी 16 फरवरी से शुरू हो रहा है लेकिन विभाग के कानों पर अब तक जूं तक नहीं रेंग रही है।
यहां-यहां की सड़कें हैं क्षतिग्रस्त
कस्बे के घुश्मेश्वर मंदिर को जोड़ने वाली प्रमुख सड़कें, ईसरदा से शिवाड, बरोनी से शिवाड़, महापुरा से शिवाड़, चौथ का बरवाड़ा से डिडायच देवली, एचेर मार्ग की सड़के इतनी क्षतिगग्रस्त है कि आए दिन दुपहिया वाहन चौटल हो रहे हैं। खास बात तो यह कि विभाग के ठेकेदार ने चौथ का बरवाड़ा से डिडायच मार्ग में पैंचवर्क भी किया था लेकिन कार्य घटिया होने के कारण पैंचवर्क वापस उखड़ गया है।
शिवाड़. सारसोपसड़क पर गहरे गड्ढे पड़े होने से श्रद्घालु परेशान है।