मुंबई. बीसीसीआई के चीफ सिलेक्टर संदीप पाटिल ने सोमवार को आखिरी बार टीम चुनी। न्यूजीलैंड के इंडिया टूर के लिए इंडिया के टॉप-15 प्लेयर्स चुनने के साथ ही पाटिल का टेन्योर खत्म हो गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाटिल से सचिन तेंडुलकर के रिटायरमेंट पर सवाल हुआ। पहली बार सवाल पर वे चुप रहे। दूसरी बार भी जब यही पूछा गया तो बोले, ''हमने सचिन पर रिटायरमेंट लेने का दबाव बनाया या नहीं, यह सीक्रेट ही रहे तो बेहतर है। हम सिलेक्टर्स सिर्फ बीसीसीआई के प्रति ही जवाबदार हैं। हमसे मीडिया कुछ उगलवा नहीं सकेगा।'' पाटिल के 4 साल के टेन्योर में 57 क्रिकेटरों ने किया डेब्यू...
- संदीप पाटिल सितंबर 2012 में चीफ सिलेक्टर्स बने थे। उनके टेन्योर में ही सचिन तेंडुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, वीरेंद्र सहवाग और जहीर खान ने रिटायरमेंट लिया।
- उनके टर्म में 57 क्रिकेटरों ने इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया। इनमें से 12 क्रिकेटरों ने टेस्ट, 21 ने वनडे और 24 ने टी20 में पहला मैच खेला।
बड़े और कड़े फैसले लिए
- पाटिल ने कहा, "हमने भारतीय क्रिकेट के भविष्य को ध्यान में रखते हुए कई बड़े और कड़े फैसले किए। मैं अपने टर्म के खत्म होने पर खुश हूं। हमारी टीम तीनों फॉर्मेट में अच्छा खेल रही है।"
- उन्होंने कहा, "मैं इस बात से भी खुश हूं कि बोर्ड ने राहुल द्रविड़ को जूनियर और अनिल कुंबले को सीनियर टीम का कोच बनाया है।"
बोर्ड ने नहीं बनाया कभी दबाव
- पाटिल ने कहा, "टीम की चयन प्रक्रिया में कभी भी बाहरी दबाव महसूस नहीं हुआ। मेरे टर्म के दौरान बीसीसीआई के किसी भी जोन के अधिकारी ने टीम में सिलेक्शन को लेकर कोई दबाव नहीं डाला और न ही किसी खिलाड़ी की सिफारिश की।"
पाटिल बोले- कई दोस्त खोने पड़े
- पाटिल ने कहा कि एक चयनकर्ता होने पर आपके लिए सबसे बुरी बात ये थी कि कई फैसले के बाद आपको अपने दोस्त खोने पड़े, पर किया भी क्या जा सकता है। ये खेल का ही एक हिस्सा है।
सचिन ने कब लिया था रिटायरमेंट
- सचिन 16 नवंबर, 2013 को आखिरी बार इंटरनेशनल मैच के लिए मैदान पर थे। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में सचिन ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट खेला। इसमें उन्होंने 74 रन बनाए थे।
- इससे पहले जनवरी 2011 से सचिन ने टेस्ट में कोई सेन्चुरी नहीं बनाई थी।
- करियर के आखिरी दो साल में 19 टेस्ट में सचिन ने 31.86 के एवरेज से 956 रन बनाए थे।
- शिखर, विराट, रोहित और पुजारा जैसे खिलाड़यों के टीम में जगह बनाने से सचिन के बैटिंग ऑर्डर पर भी सवाल उठे थे।