फोटो: कार्यक्रम में मुलायम सिंह यादव के साथ मौजूद अफसर।
लखनऊ. सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने रविवार को अपने ड्रीम प्रोजेक्ट आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे का शिलान्यास किया। हालांकि, इससे पहले उन्होंने अधिकारियों के सामने एक शर्त रख दी। मुलायम ने सीएम और वहां मौजूद मंत्रियों से कहा कि आप शिलान्यास के साथ इसके उद्घाटन की तिथि भी तय करिए। इसके बाद मुलायम ने अधिकारियों से आश्वासन लिया कि वे 22 महीने में काम खत्म करेंगे। फिर मुलायम सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पांच जगहों पर प्रोजेक्ट का एक साथ शिलान्यास किया।
शिलान्यास कार्यक्रम में सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि इस एक्सप्रेस वे से राज्य में खुशहाली आएगी। जिलाधिकारियों, अधिकारियों और किसानों के सहयोग से यह निर्माण हो रहा है। किसानों ने बिना नाराजगी अपनी जमीन दे दी, ऐसा कहीं नहीं हुआ था। एक्सप्रेस वे से प्रदेश में आने वाली खुशहाली की स्पीड बढ़ेगी। सीएम ने कहा कि 6 लेन एक्सप्रेस परियोजना देश की सबसे लंबी परियोजना है, जो दस जिलों के साथ 231 गांवों से होते हुए जाएगी। इससे लखनऊ से आगरा तक का सफर चार घंटे में तय किया जा सकेगा। इस इको फ्रेंडली एक्सप्रेस वे का निर्माण ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट एंड कन्स्ट्रक्शन) मॉडल के तहत किया जाएगा।
ये है रूट और अनुमानित लागत
आगरा से फिरोजाबाद की अनुमानित लागत 1635.75 रुपए। पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड को दी गई है निर्माण की जिम्मेदारी।
फिरोजाबाद से इटावा 60 किमी की योजना लागत 1999.49 एफकॉन इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को दी गई है जिम्मेदारी।
इटावा से कन्नौज 57 किमी की योजना। लागत 1674.81 एनएनसी लिमिटेड को दी गई है जिम्मेदारी।
कन्नौज से उन्नाव 64 किमी की योजना। अनुमानित लाग 2124.17 एफकॉन इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड।
उन्नाव से लखनऊ 63.088 की अनुमानित लागत 1630 लॉर्सन और टर्बो लिमिटेड।
450 करोड़ की हुई है व्यवस्था
पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिए एक्सप्रेस वे बनाने के लिए हुई बिडिंग में किसी भी निवेशक के रुचि नहीं दिखाई थी। इसके बाद सरकार ने ईपीसी मॉडल पर एक्सप्रेस वे के निर्माण का फैसला लिया था। किसानों से भूमि अधिग्रहण और निर्माण कार्य शुरू करने के लिए अखिलेश सरकार द्वारा बजट में अनुपूरक प्रस्तावों में 450 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई थी।
300 किमी का होगा सर्विस लेन
आगरा, फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, मैनपुरी, इटावा, कन्नौज, हरदोई और लखनऊ के मलीहाबाद से होकर गुजरने वाली आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ झील और हरी पट्टी भी बनाए जाने का प्रस्ताव है। जमीन अधिग्रहण के लिए धारा-4 का नोटिस भी जारी किया जा चुका है। साथ ही दोनों तरफ सर्विस लेन तीन सौ किलोमीटर करने का प्रस्ताव भी पारित किया जा चुका है।
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