लखनऊ. इस बार के लखनऊ महोत्सव में इस बार 39 साल की परंपरा टूटेगी। महोत्सव में इस बार अवध की शान कहे जाने वाली इक्का तांगा रेस नहीं होगी। साल 2014 का लखनऊ महोत्सव 'शान-ए-अवध, जश्न-ए-लखनऊ' की थीम पर आधारित होगा। महोत्सव के दौरान ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी। साहित्य को भी इसमें जोड़ा जाएगा। ऐसे में बुक फेयर के साथ-साथ लिटरेचर कार्निवाल का भी आयोजन किया जाएगा।
यह जानकारी लखनऊ महोत्सव समिति के अधिकारियों ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी। इसमें मंडलायुक्त महेश गुप्ता के साथ डीएम राजशेखर और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। मंडलायुक्त ने बताया कि इस बार के महोत्सव थीम के लिए एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इसके बाद बाराबंकी की रहने वाली भावना श्रीवास्तव की थीम को चुना गया है।
25 से होगा महोत्सव का आगाज
थीम में अवध की शान कही जाने वाले गंगा-जमुना तहजीब और यहां की ऐतिहासिक इमारतों को रखा गया है। इसके गाने को प्रवीण दुबे ने कंपोज किया है। महोत्सव के उद्घाटन के मौके पर इसकी प्रस्तुति होगी। यह महोत्सव 25 नंवबर से 5 दिसंबर तक चलेगा। सीएम अखिलेश यादव 25 नवंबर को शाम 6:30 बजे इसका उद्घाटन करेंगे।
लगेगा बॉलीवुड कलाकारों का जमावड़ा
लखनऊ महोत्सव में इस बार अपनी आवाज से जादू बिखेरने वाले कई बॉलीवुड कलाकार समा बांधेगें। इनमें अरजीत सिंह, सुखविंदर सिंह, पिनाज मसानी, रेखा भरद्वाज, मालिनी अवस्थी, भूपेंद्र मताली, आर्यन बैंड और रामशंकर अपना टेलेंट दिखाएंगे। वहीं, कृष्णा-सुदेश की जोड़ी भी लोगों को हंसाएगी-गुदगुदाएगी। इसके अलावा पंडित हरिप्रसाद चौरसिया के बांसुरी से कार्यक्रम का समापन होगा।
आगे पढ़िए, ड्रोन कैमरों से होगी निगरानी...