लखनऊ (यूपी). होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने माओवाद के बाद अब टेरिरिज्म पर भी कंट्रोल की बात कही है। उन्होंने कहा, "एनआईए की साख देश ही नहीं पूरी दुनिया में बहुत अच्छी है। यह नेशनल और इंटरनेशनल मामले की इन्वेस्टिगेशन करती है। भारत की सिक्युरिटी के लिए बॉर्डरों पर सिक्युरिटी अहम हैं। भारत ने माओवाद पर कंट्रोल किया है और अब टेरिरिज्म पर भी कंट्रोल कर लेंगे।"
होम मिनिस्टर ने कहा दिया ये बयान?
- होम मिनिस्टर ने सोमवार को लखनऊ में ये बयान दिया।
- वो नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) के दफ्तर की बुनियाद रखने के दौरान बोल रहे थे।
- राजनाथ सिंह शनिवार से अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ के दौरे पर हैं।
होम मिनिस्टर ने और क्या कहा?
- हिन्दुस्तान की मुस्लिम फैमिली जब अपनों को आईएस की तरफ रेडिकुलाइज होते देखती है, तो उन्हें रोकती है।
- अपराध भी हाईटेक हो गए हैं। आईएस के रूप में नया संकट पैदा हो गया है।
- हमे आईएस से अलर्ट होने की जरुरत है।
- लखनऊ में एनआईए का ऑफिस बनना एक प्राइड मूमेंट है, क्योंकि मैं सिर्फ होम मिनिस्टर ही नहीं, लखनऊ का एमपी भी हूं।
- 7 सालों में 112 मामलों की जांच NIA ने की है। 92% मामलों में सज़ा मिली है।
- एनआईए के दफ्तर के लिए यूपी सरकार ने जमीन दी है। उसके लिए सीएम अखिलेश का शुक्रिया।
क्यों रखी गई एनआईए ऑफिस की बुनियाद?
- यूपी में कई एंटी नेशनल एक्टिविटिज में जुड़े क्रिमिनलों के पकड़े जाने के बाद यहां एनआईए के ऑफिस की जरुरत महसूस की जा रही थी।
- हाल ही में वेस्ट यूपी के संभल जिले से दिल्ली स्पेशल सेल ने अलकायदा के सस्पेक्ट टेरिरिस्ट को अरेस्ट किया था।
- बरेली से भी पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट अरेस्ट किया जा चुका है।
- वहीं, नोएडा से भी कुछ सस्पेक्ट बांग्लादेशी अरेस्ट हो चुके हैं।
- एनआईए के ऑफिस बनाने के पीछे यूपी में स्लीपिंग मॉडयूल्स पर पैनी नजर रखना है।
कहां बनेगा एनआईए का ऑफिस?
- लखनऊ के गोमतीनगर एक्सटेंशन के 726 सेक्टर-7 में ये ऑफिस बन रहा है।
- यहां एनआईए के ऑफिस के साथ-साथ अफसरों और बाकी एम्प्लॉई के रहने की सुविधा होगी।
क्या है खासियत?
- इस प्रोजेक्ट में करीब 33 करोड़ रुपए की लागत आएगी। अगले डेढ़ साल के अंदर ये प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा।
- एनआईए का ऑफिस कैंपस 2.5 एकड़ में फैला है। इसमें सोलर पैनल भी लगेंगें।
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