गाजियाबाद. डासना देवी मंदिर पीठ चंडी देवी के महंत यति बाबा नरसिंहानंद महाराज को सऊदी अरब से धमकी भरा फोन मिलने पर तमाम हिंदू संगठनों में हड़कंप मचा हुआ है। रविवार को राजनगर एक्सटेंशन में वेस्ट यूपी के तमाम जिलों की 36 बिरादरियों की महापंचायत बुलाई गई। इसमें हिंदू बिरादरियों को एक मंच पर लाने और महंत की सुरक्षा व्यवस्था का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया।
दरअसल, नरसिंहानंद महाराज काफी लंबे समय से आईएसआईएस आतंकवाद और हिंदू विरोधी ताकतों के खिलाफ आवाज बुलंद करते रहे हैं। नरसिंहानंद के मुताबिक, दो दिन पहले उन्हें फोन पर जान से मारने की धमकी दी गई थी। हालांकि, महंत ने अपने समर्थकों के साथ एसएसपी को शिकायती पत्र देते हुए मामले में जांच कराए जाने की मांग की है।
महापंचायत में उठा महंत की सुरक्षा का मुद्दा
मेरठ, बागपत, बिजनौर, सरधना, डासना, मसूरी, पिलखुवा, हापुड़, लोनी, गौतमबुद्वनगर, बुलंदशहर, नोएडा आदि स्थानों से लोगों ने महापंचायत में हिस्सा लिया। सिहानी, दुहाई, मोरटा, डासना, जलालाबाद, बम्हैटा, सुराना काकड़ा आदि गांवों के लोग ने समाज में पनप रहे हिंदू विरोधी ताकतों के खिलाफ सभी बिरादरियों से एक मंच पर आने का आह्वान किया। हिंदू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष जितेंद्र और अंकुर त्यागी ने कहा कि स्वामी नरसिंहानंद महाराज को सुरक्षा मिलनी बहुत जरूरी है। महापंचायत में एक मत से निर्णय लिया गया कि फोन पर धमकी देने वाले व्यक्ति की गिरफ्तारी की जाए। इसके अलावा जिला प्रशासन द्वारा महंत की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी ली जाए।
मेरठ, बागपत, बिजनौर, सरधना, डासना, मसूरी, पिलखुवा, हापुड़, लोनी, गौतमबुद्वनगर, बुलंदशहर, नोएडा आदि स्थानों से लोगों ने महापंचायत में हिस्सा लिया। सिहानी, दुहाई, मोरटा, डासना, जलालाबाद, बम्हैटा, सुराना काकड़ा आदि गांवों के लोग ने समाज में पनप रहे हिंदू विरोधी ताकतों के खिलाफ सभी बिरादरियों से एक मंच पर आने का आह्वान किया। हिंदू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष जितेंद्र और अंकुर त्यागी ने कहा कि स्वामी नरसिंहानंद महाराज को सुरक्षा मिलनी बहुत जरूरी है। महापंचायत में एक मत से निर्णय लिया गया कि फोन पर धमकी देने वाले व्यक्ति की गिरफ्तारी की जाए। इसके अलावा जिला प्रशासन द्वारा महंत की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी ली जाए।
तीन मिनट तक चली थी फोन पर बात
नरसिंहानंद के अनुसार, दो दिन पहले उनके मोबाइल फोन पर 00317966 नंबर से एक कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने अपना नाम तो नहीं बताया, लेकिन इतना बताया कि वह सऊदी अरब से बोल रहा है। गाली-गलौच से बात शुरू करने के साथ ही फोन करने वाले व्यक्ति का कहना था कि जान की खैर चाहते हो तो हिंदू विरोधी ताकतों के बारे में बोलना बंद कर दो। नरसिंहानंद ने भारत में आकर खुलेआम सामने आने के लिए ललकारा तो फोन करने वाले अज्ञात व्यक्ति ने जल्द ही अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहने की बात कही। करीब तीन मिनट चली इस बातचीत के बाद फोन डिस्कनेक्ट हो गया। हालांकि, पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
नरसिंहानंद के अनुसार, दो दिन पहले उनके मोबाइल फोन पर 00317966 नंबर से एक कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने अपना नाम तो नहीं बताया, लेकिन इतना बताया कि वह सऊदी अरब से बोल रहा है। गाली-गलौच से बात शुरू करने के साथ ही फोन करने वाले व्यक्ति का कहना था कि जान की खैर चाहते हो तो हिंदू विरोधी ताकतों के बारे में बोलना बंद कर दो। नरसिंहानंद ने भारत में आकर खुलेआम सामने आने के लिए ललकारा तो फोन करने वाले अज्ञात व्यक्ति ने जल्द ही अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहने की बात कही। करीब तीन मिनट चली इस बातचीत के बाद फोन डिस्कनेक्ट हो गया। हालांकि, पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
इनके खिलाफ महंत ने उठाई थी आवाज
स्वामी नरसिंहानंद महाराज ने आईएसआईएस और कश्मीर में पाक का झंडा लहराने वालों के खिलाफ भी कई बार आवाज उठाई। अक्सर हिंदूवादी संगठनों को एक सूत्र में पिरोने की वकालत करते रहते हैं। इसके अलावा मुजफ्फरनगर दंगे के दौरान गांवों में पंचायत करने और एक समुदाय विशेष के खिलाफ जमकर बयानबाजी की थी। पाकिस्तान से भारत आए विस्थापित हिंदुओं को डासना देवी मंदिर में शरण देने पर महंत काफी चर्चाओं में रहे हैं।
फोटो: डासना देवी मंदिर पीठ चंडी देवी के महंत यति बाबा नरसिंहानंद महाराज। स्वामी नरसिंहानंद महाराज ने आईएसआईएस और कश्मीर में पाक का झंडा लहराने वालों के खिलाफ भी कई बार आवाज उठाई। अक्सर हिंदूवादी संगठनों को एक सूत्र में पिरोने की वकालत करते रहते हैं। इसके अलावा मुजफ्फरनगर दंगे के दौरान गांवों में पंचायत करने और एक समुदाय विशेष के खिलाफ जमकर बयानबाजी की थी। पाकिस्तान से भारत आए विस्थापित हिंदुओं को डासना देवी मंदिर में शरण देने पर महंत काफी चर्चाओं में रहे हैं।