रिलिजन डेस्क। हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य से पहले दीपक जलाया जाता है। सुबह-शाम होने वाली पूजा में भी दीपक जलाने की परंपरा है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, वास्तु शास्त्र में दीपक जलाने व उसे रखने के संबंध में कई नियम बताए गए हैं। वास्तु शास्त्र में यह भी बताया गया है कि दीपक की लौ किस दिशा में होने पर उसका क्या फल मिलता है। किसी भी शुभ काम से पहले दीपक जलाते समय यह मंत्र बोलना चाहिए-
मंत्र
शुभं करोतु कल्याणमारोग्यं सुखं सम्पदां।
शत्रुवृद्धि विनाशं च दीपज्योति: नमोस्तुति।।
दीपज्योति: परब्रह्म: दीपज्योति: जनार्दन:।
दीपोहरतिमे पापं दीपज्योति नामोस्तुते।
ये मंत्र बोलने से मिलते हैं ये 3 फायदे
1. दीपक जलाते समय ये मंत्र बोलने से शत्रुओं का नाश होता है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
2. ये मंत्र बोलने से आरोग्य यानी अच्छा स्वास्थ्य तो मिलता ही है साथ ही धन-संपत्ति में भी वृद्धि होती है।
3. इस मंत्र को बोलने से पापों का नाश होता है और शुभ फलों की प्राप्ति भी होती है।
वास्तु के अनुसार, किस दिशा में होनी चाहिए दीपक की लौ
1. दीपक की लौ पूर्व दिशा की ओर रखने से आयु में वृद्धि होती है।
2. दीपक की लौ पश्चिम दिशा की ओर रखने से दु:ख बढ़ता है।
3. दीपक की लौ उत्तर दिशा की ओर रखने से धन लाभ होता है।
4. दीपक की लौ दक्षिण दिशा की और रखने से हानि होती है। यह हानि किसी व्यक्ति या धन के रूप में भी हो सकती है।