रिलिजन डेस्क। पति-पत्नी के बीच प्रेम बना रहे इसके लिए आपसी तालमेल होना बहुत जरूरी है। ज्योतिष की मान्यता है कि पति या पत्नी, दोनों में से किसी एक की कुंडली में ग्रहों से संबंधित होते हैं तो वैवाहिक जीवन सफल नहीं हो पाता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. दयानंद शास्त्री के अनुसार ज्योतिष में वैवाहिक जीवन को सफल बनाने और पति के सौभाग्य को बढ़ाने के उपाय बताए गए हैं। यहां जानिए ऐसे ही कुछ खास उपाय...
1. कुंडली में ग्रह दोषों के प्रभाव से वैवाहिक जीवन पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में उन ग्रहों के उचित उपाय करना चाहिए। साथ ही, मां पार्वती को रोज सुबह सिंदूर चढ़ाएं। माता को चढ़ा हुआ थोड़ा सिंदूर स्त्री को अपनी मांग में लगाना चाहिए। इस उपाय से पति का सौभाग्य बढ़ता है और मैरिड लाइफ में शांति बढ़ती है। ये उपाय खासतौर पर पत्नी को करना चाहिए।
2. अगर कुंडली के प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम, द्वादश भाव में मंगल है तो व्यक्ति मांगलिक हो जाता है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति को मंगल की पूजा करनी चाहिए। मंगल के मंत्र ऊँ भौमाय नम: का जाप रोज करना चाहिए। अगर पति या पत्नी में से किसी एक की कुंडली में मंगल दोष है तो शादी के बाद अशांति, वाद-विवाद होने की संभावनाएं बनती हैं।
3. अगर सप्तम भाव में शनि स्थित है तो व्यक्ति को ऊँ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप 1008 बार हर शनिवार करना चाहिए।
4. राहु या केतु के कारण वैवाहिक में परेशानियां रहती हैं तो राहु मंत्र ऊँ रां राहवे नमः का 1008 बार जाप करना चाहिए। केतु के लिए मंत्र ऊँ कें केतवे नमः का जाप 1008 बार करना चाहिए। ये मंत्र जाप हर शनिवार करें।
5. अगर कुंडली के सप्तम भाव में सूर्य स्थित है तो पति-पत्नी के बीच वाद-विवाद बढ़ता है। ऐसी स्थिति में पति-पत्नी को हर रविवार आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। रविवार को नमक रहित भोजन करें। सूर्य को जल रोज चढ़ाएं। जल में लाल चंदन, लाल फूल, चावल मिलाकर तीन बार अर्घ्य दें।