यूटिलिटी डेस्क. पिछले साढ़े तीन सालों के दौरान चलती ट्रेन में 55,369 चोरी और 1,570 डकैती की शिकायतें दर्ज कराई गई हैं। लेकिन इनमें से बहुत कम मामलों में मुजरिम पकड़े गए। इसी को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे जल्द ही अपने यात्रियों को ऐप बेस्ड एफआईआर दर्ज कराने की सुविधा देने जा रही है। इसके तहत ट्रेन में होने वाली किसी दुर्घटना के लिए रेल यात्री तत्काल शिकायत दर्ज करा पाएंगे। ऐप के माध्यम से कम्प्लेन मिलते ही रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के अधिकारी घटना की जांच शुरू कर देंगे।
1) जल्द ही पूरे देश में शुरू होगी सुविधा
रियल टाइम कार्रवाई होने के कारण क्रिमिनलों के पकड़े जाने की संभावना बढ़ जाएगी और ऐसी घटनाओं पर लगाम लगेगी। ऐप के माध्यम से दर्ज की जाने वाली एफआईआर को जीरो एफआईआर माना जाएगा। इस कारण किसी भी थाने में इसकी शिकायत की जा सकेगी। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यह सर्विस मध्य प्रदेश में शुरू हो चुकी है और जल्द ही देश के बाकी के हिस्सों में भी शुरू हो जाएगी।
इस ऐप में आरपीएफ अकेले नहीं जुड़ी है। आरपीएफ के अलावा गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (जीआरपी), ट्रेन टिकट एग्जामिनर और ट्रेन के कंडक्टर भी इससे जुड़े रहेंगे। आपात स्थिति से निपटने के लिए इस ऐप में एक पैनिक बटन भी दिया जाएगा। इस ऐप की मदद से यात्री ऑफलाइन भी एफआईआर दर्ज करा सकेंगे।
अभी तक चलती ट्रेन में कोई दुर्घटना होने पर यात्रियों को ट्रेन टिकट एक्जामिनर (टीटीई) से कम्प्लेंट फॉर्म लेकर उसे भरना होता था। फॉर्म को भरने के बाद उसे अगले स्टेशन के जीआरपी या आरपीएफ थानों में सबमिट करना होता था।
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