मल्टी विलेज स्कीम से पाइप लाइन से होगी गांवों में जलापूर्ति
पूर्वी सिंहभूम के धालभूमगढ़ व गुड़ाबांधा प्रखंड के गांवों में 2020 से पाइप लाइन जलापूर्ति की शुरुआत की योजना है। झारखंड के पांच जिलों में शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के अभियान पर काम कर रही विश्व बैंक की टीम ने पूर्वी सिंहभूम के धालभूमगढ़ व गुड़ाबांधा प्रखंड के छह पंचायतों में सर्वे कर यहां के लोगों को शुद्ध पानी उपलब्ध कराने की योजना मल्टी विलेज स्कीम के तहत बनाई है। इस स्कीम के तहत चार पंचायतों का प्राक्कलन तैयार हो चुका है जबकि दो पंचायतों के प्राक्कलन को अंतिम रुप देना बाकी है। वहीं धालभूमगढ़ के एक पंचायत महुली सोल को सांसद आदर्श ग्राम योजना में लिए जाने के वजह से उसे इस स्कीम से हटा दिया गया है। चार पंचायतों के लिए बनी प्राक्कलन के अनुसार इसमें 65 करोड़ रुपए खर्च होंगे, जबकि दो पंचायतों के लिए बन रहे प्राक्कलन पर भी तकरीबन 30 करोड़ खर्च आने का अनुमान है। इस प्रकार लगभग 100 करोड़ रुपए की मल्टी विलेज स्कीम के तहत धालभूमगढ़ व गुड़ाबांधा प्रखंड के लगभग 40 गांवों को 2020 से शुद्ध पेयजल पाइप लाइन के तहत मिलने लगेगा। प्राक्कलन में सुवर्णरेखा नदी से पानी लेने और सभी जगहों पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाकर जलमीनार में एकत्र कर वहां से पाइप लाइन द्वारा घर घर जलापूर्ति की योजना है। यह जानकारी विभागीय सूत्रों से मिली है। यहां विभाग के साथ विश्व बैंक की टीम लगातार सर्वे कर प्राक्कलन तैयार करने में जुटी हुई है। इसके अलावा सिंगल विलेज स्कीम में जमशेदपुर डिवीजन के 37 एवं आदित्यपुर डिवीजन के 14 गांवों में भी पाइप लाइन जलापूर्ति शुरु करने का कार्य जारी है।
मल्टी विलेज स्कीम के तहत धालभूमगढ़, गुड़ाबांधा, जमशेदपुर और घाटशिला प्रखंड के सात पंचायत का चुनाव हुआ था, लेकिन एक पंचायत सांसद आदर्श ग्राम स्कीम में चला गया है। बाकी के छह में चार पंचायत का प्राक्कलन तैयार हो गया है, दो का काम प्रगति पर है। 2020 तक स्कीम को पूरा करने का लक्ष्य है। इसके अलावा सिंगल विलेज स्कीम के तहत जमशेदपुर डिवीजन के 37 और आदित्यपुर डिवीजन के 14 गांवों में भी पाइप लाइन बिछाने का काम जारी है। -सदानंद मंडल, प्रभारी अधीक्षण अभियंता, पेयजल स्वच्छता विभाग