पटना|सीएम ने मुस्लिम बुनकर समुदाय (जुलाहा) को आरक्षण देने की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि वे सांसद सदस्य के रूप में भी गरीब मुसलमानों को आरक्षण की मांग करते रहे हैं। लेकिन, मौजूदा संवैधानिक व्यवस्था में ऐसा किया जाना संभव नहीं है। बात सिर्फ अंसारी की नहीं है। बुनकर समुदाय में धुनिया, तांती, ततवा और रंगरेज भी हैं। इसलिए हमें सभी गरीबों की बात करनी चाहिए। किसी एक वर्ग या जाति की नहीं। मुख्यमंत्री ने यह बात राष्ट्रीय हस्तकरघा दिवस में अंसारी समाज की एक बच्ची मल्लिका आरफीन द्वारा अंसारी को आरक्षण देने की मांग पर कही। कार्यक्रम के दौरान मल्लिका भीड़ में से उठकर सीधे मुख्यमंत्री के पास जा पहुंची। मुख्यमंत्री ने उसे मंच पर बुलाया। उनसे कहा कि वह दर्शक दीर्घा में जिस जगह पर बैठना चाहती थी, वहां उसे बैठने नहीं दिया गया। मल्लिका ने कहा कि बिहार में यादव के बाद सबसे अधिक 11 प्रतिशत आबादी अंसारी की है। समाज को शिक्षित व सशक्त होने के लिए आरक्षण की जरूरत है। अंसारी को एससी का दर्जा मिलना चाहिए।