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आरबीआई, सीबीआई और सेबी भी इस मामले की जांच कर रहे हैं
- सीबीआई ने अप्रैल में दीपक कोचर के भाई से पूछताछ की थी
नई दिल्ली. आईसीआईसीआई बैंक के लोन विवाद में कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय ने न्यूपावर रिन्युएबल्स और 5 अन्य कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू कर चुका है। केंद्रीय मंत्री पीपी चौधरी ने ये जानकारी दी। न्यूपावर रिन्युएबल्स बैंक की सीईओ और एमडी चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की कंपनी है। कंपनीज एक्ट-2013 की धारा 206(5) के तहत ये जांच की जा रही है।
धारा 206(5) के प्रावधान
- जांच अधिकारी जानकारी लेने के लिए कॉल कर सकता है
- कंपनी के वित्तीय दस्तावेजों की जांच की जा सकती है
- आरोपियों से पूछताछ की जा सकती है
मंत्रालय के अधिकारी ने जांच से इनकार किया था
पिछले हफ्ते मिनिस्ट्री के एक अधिकारी ने कहा कि कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय आईसीआईसीआई बैंक मामले की जांच नहीं कर रहा। ये मामला पूरी तरह आरबीआई के दायरे में आता है।
सीबीआई समेत कई एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं
- वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज को लोन के मामले में चंदा कोचर और उनके परिवार पर लगे आरोपों की जांच कई एजेंसियां कर रही हैं। व्हिसल ब्लोअर अरविंद गुप्ता ने चंदा कोचर पर नए आरोप लगाए हैं कि उन्होंने एस्सार ग्रुप को भी फायदा पहुंचाया। आईसीआईसीआई बैंक खुद भी आरोपों की स्वतंत्र जांच करवा रहा है।
अमेरिका में भी आईसीआईसीआई मामले की जांच
- सूत्रों के मुताबिक अमेरिकी मार्केट रेग्युलेटर एसईसी को आईसीआईसीआई बैंक के निवेशकों से कॉरपोरेट गवर्नेंस और डिस्क्लोजर संबंधी शिकायतें मिली हैं। इस मामले में जल्द नोटिस जारी किया जा सकता है। आईसीआईसीआई बैंक अमेरिकी शेयर बाजार में भी लिस्टेड है। जानकारी के मुताबिक भारतीय मार्केट रेग्युलेटर और जांच एजेंसी इस मामले में मॉरिशस समेत अन्य देशों से मदद मांग रही हैं।
क्या है मामला ?
- 2012 में वीडियोकॉन ग्रुप को 3,250 करोड़ रुपए को लोन दिया गया
- वीडियोकॉन ग्रुप का ये लोन एनपीए घोषित कर दिया गया
- लोन स्वीकृत करने वाले कंसोर्टियम की कमेटी में चंदा कोचर शामिल थीं
- चंदा कोचर पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप
- वीडियोकॉन के फाउंडर वेणुगोपाल धूत ने न्यूपावर रिन्यूएबल्स में निवेश किया
- न्यूपावर के फाउंडर चंदा कोचर के पति दीपक कोचर हैं