- राहुल द्रविड़ और रिकी पोंटिंग दोनों ने टेस्ट और वनडे में 10 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं
- पोंटिंग ने अपने कॅरियर में 168 टेस्ट खेले, उन्होंने 41 शतक के साथ 13,378 रन बनाए
दुबई. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है। 'द वॉल' के नाम से मशहूर राहुल यह सम्मान पाने वाले 5वें भारतीय क्रिकेटर हैं। उनके अलावा ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग और इंग्लैंड महिला टीम की पूर्व विकेटकीपर क्लेयर टेलर को भी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है। पोंटिंग 25वें ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर हैं, जिन्हें इस सूची में शामिल किया गया है। वहीं टेलर 7वीं और इंग्लैंड की तीसरी महिला खिलाड़ी हैं, जिन्हें यह सम्मान दिया गया है।
बेदी, गावस्कर, कपिल और कुंबले भी पा चुके हैं यह सम्मान
द्रविड़ से पहले जिन भारतीय क्रिकेटरों को आईसीसी ने हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है उनमें बिशन सिंह बेदी, सुनील मनोहर गावस्कर, कपिल देव और अनिल कुंबले हैं। कुंबले को 2015 में हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया था। इस सूची में शामिल सदस्यों और मीडिया के जरिए हॉल ऑफ फेम के लिए किसी नए क्रिकेटर को चुना जाता है।
हॉल ऑफ फेम में शामिल होकर रोमांचित हैं 'द वाल'
द्रविड़ भारत की अंडर-19 क्रिकेट टीम के कोच हैं। हॉल ही में इस टीम ने अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था। हॉल ऑफ फेम में शामिल किए जाने के बाद उन्होंने कहा, "यह मेरे लिए सम्मान की बात है। क्रिकेट के इतिहास पुरुषों में शामिल होना मुझे रोमांचित करता है। अपने करीबियों और उन खिलाड़ियों का शुक्रिया जिनके साथ और खिलाफ खेला। अपने सभी प्रशिक्षकों और सहयोगी स्टाफ का भी धन्यवाद जिन्होंने मुझे एक क्रिकेटर के तौर पर संवारने में मदद की। कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन और बीसीसीआई का भी सहयोग के लिए शुक्रिया।" द्रविड़ ने 164 टेस्ट मैचों में 36 शतकों के साथ 13,288 रन बनाए हैं। इसके अलावा 344 वनडे में उन्होंने 12 शतकों के साथ कुल 10,889 रन बनाए हैं।
इस सम्मान के पीछे साथियों का हाथः पोंटिंग
रिकी पोंटिंग ने हॉल ऑफ फेम में शामिल किए जाने पर कहा, "आईसीसी द्वारा दिए गए सम्मान के प्रति कृतज्ञ हूं। एक खिलाड़ी के तौर पर मैंने अपने कॅरियर के हर पल का आनंद उठाया। यह मेरे साथियों, कोच और सपोर्ट स्टाफ के सहयोग के बिना मुमकिन नहीं था। सबका शुक्रिया।" आइसीसी के सीईओ डेविड रिचर्डसन ने कहा, "आइसीसी हॉल ऑफ फेम हमारा क्रिकेट के महान खिलाड़ियों को सम्मानित करने का तरीका है।"
रिटायरमेंट के 5 साल बाद ही चुने जा सकते हैं
सचिन तेंडुलकर को आईसीसी का यह सम्मान नहीं मिल सका है। दरअसल, आईसीसी की हॉल ऑफ फेम सूची में चुने जाने के लिए जरूरी है कि खिलाड़ी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट छोड़े हुए पांच साल हो गए हों। राहुल द्रविड़ ने जनवरी 2012 में अपना आखिरी टेस्ट खेला था। सचिन तेंडुलकर ने नवंबर 2013 में अपना आखिरी टेस्ट खेला। साफ है कि सचिन को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिए 5 साल नहीं हुए हैं।