सावन के आखिरी सोमवार को सपरिवार उज्जैन पहुंचे सीएम शिवराज, कहा- जनता के कल्याण और प्रदेश के विकास के लिए की कामना

5 वर्ष पहले
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उज्जैन. सावन के आखिरी सोमवार को बाबा महाकाल प्रजा का हाल जानने निकले। मंदिर के सभा मंडप में पूजन पश्चात शाम 4 बजे बाबा की पालकी नगर भ्रमण के लिए रवाना हुई। सवारी में बाबा के चार रूपों के दर्शन हुए। पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरूढ़ पर शिव-तांडव और नंदी पर उमा-महेश स्वरूप में बाबा भक्तों के सामने आए। बाबा के दर्शन को सीएम शिवराज सिंह चौहान भी सपरिवार उज्जैन पहुंचे और बाबा का अभिषेक कर सवारी में शामिल हुए। सीएम ने कहा कि बाबा से प्रदेश के विकास और जनता के कल्याण की कामना की।

 

- सोमवार शाम 4 बजे बाबा की सवार गार्ड ऑफ ऑनर के बाद मंदिर से रवाना हुई। परंपरागत मार्गों से हाेती हुई सवारी शाम करीब 5 बजे रामघाट पहुंची, जहां पुजारियों ने शिप्रा के जल से बाबा का जलाभिषेक कर पूजा अर्चना किय। पूजन पश्चात सवारी मंदिर की ओर रवाना हुई और शाम करीब 7 बजे सवारी पुन: मंदिर पहुंची, जहां संध्या आरती हुई। अंतिम सवारी में 50 हजार से ज्यादा भक्त बाबा के दर्शन को पहुंचे।

 

 

 

सीएम बोले- जनता के कल्याण और प्रदेश आगे बढ़े, बाबा से यहीं कामना की : पत्नी साधना सिंह और दोनों बेटों के साथ उज्जैन पहुंचे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सबसे पहले बाबा का अभिषेक किया। पूजन के बाद वे सवारी में शामिल हुए और जमकर बाबा महाकाल के नारे लगाए। इस दौरान सीएम ने कहा कि जनता के कल्याण और प्रदेश आगे बढ़े इसी कामना से प्रतिवर्ष सपरिवार बाबा महाकाल के दर्शन को आता हूं। बाबा की कृपा से सभी सुखी रहें, सबका कल्याण हो, सभी निरोगी रहें... बाबा से यहीं कामना करता हूं। बाबा से अच्छी बारिश के लिए भी प्रार्थन की, जिससे ताल-तलैया भर जाएं। किसानों की फसल अच्छी हो। इसके साथ ही माताएं, बहनें और हमारे युवाओं के लिए बेहतर काम कर सकूं बाबा से इसके लिए आशीर्वाद मांगा।

 

सीएम ने बाबा के दर्शन के बाद ट्वीट करते हुए लिखा- महाकाल का दर्शन कर अद्भुत ऊर्जा प्राप्त होती है। आज श्रावण मास के अंतिम सोमवार को उज्जैन पहुंचकर भगवान श्री महाकालेश्वर का पूजन किया और प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और शान्ति की कामना की। जय महाकाल

 

 

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