रिलिजन डेस्क। ज्योतिष में कुल नौ ग्रह बताए गए हैं। ये नौ ग्रह हैं सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि और राहु-केतु। राहु-केतु को छाया ग्रह माना गया है। अगर ये इन दोनों में से कोई एक ग्रह चंद्र के साथ होता है तो ग्रहण योग बन जाता है। जिन लोगों की कुंडली में ग्रहण योग बनता है, वे मानसिक तनाव का सामना करते हैं।
अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक अशांत रहता है, दिमागी कामों में दिक्कतें आती हैं तो समझ लें कि कुंडली में चंद्र अशुभ हो गया है। अगर आपकी कुंडली में भी चंद्र अशुभ है तो यहां बताई जा रही बातों का ध्यान रखें, अन्यथा दुर्भाग्य बढ़ सकता है।
चंद्र ग्रह से जुड़ी ये बातें कोलकाता की एस्ट्रोलॉजर डॉ. दीक्षा राठी द्वारा बताई गई हैं।
1. कुंडली में चंद्र अशुभ हो तो कभी भी चांदी से बनी कोई भी चीज उपहार में या दान में नहीं लेना चाहिए।
2. चंद्र दोष दूर करने के लिए चांदी का दान करें। अगर आप ज्यादा चांदी का दान नहीं कर सकते हैं तो सिर्फ चांदी के तार का दान कर सकते हैं।
3. समय-समय पर दूध का दान करें। सोमवार को दूध का सेवन करने से बचें।
4. ग्रहों के दोष दूर करने के लिए कभी भी किए गए दान का घमंड न करें। दान करना हो तो गुप्त दान करें। गुप्त दान यानी ऐसा दान जिसमें आपकी पहचान गुप्त रहे।
5. सोमवार को सफेद कपड़े पहनें, अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें। घर के उत्तरी भाग में कोई शुभ पौधा लगाएं। इससे चंद्र दोष दूर हो सकते हैं।
6. घर में चांदी या पारे के छोटे से शिवलिंग की स्थापना करें और रोज पूजा करें। सूर्यास्त के बाद दीपक जलाएं।
7. घर की उत्तर दिशा में चांदी के बाल गोपाल की मूर्ति स्थापित करें। मूर्ति को स्फटिक की माला पहनाएं। रोज पूजा करें। इससे अशुभ चंद्र का असर खत्म होता है।
8. घर में मोर पंख रखेंगे तो चंद्र से शुभ फल प्राप्त हो सकते हैं।
9. घर में पूजा करते समय शंख भी बजाएं। इससे भी चंद्र के अशुभ असर खत्म होते हैं।
इन बातों का ध्यान रखेंगे तो कुंडली के अशुभ चंद्र का असर खत्म हो सकता है और मानसिक तनाव से मुक्ति मिल सकती है।