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PM मोदी नोबेल शांति पुरस्कार के सबसे बड़े दावेदार:नोबेल प्राइज कमेटी के डिप्टी लीडर का दावा? जानिए वायरल दावे का सच

6 दिन पहले

क्या हो रहा है वायरल : मीडिया संस्थानों समेत सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नोबेल शांति पुरस्कार का बड़ा दावेदार बताया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह बयान खुद नोबेल शांति पुरस्कार कमेटी के सदस्य असल तोजे ने दिया है। उन्होंने मीडिया चैनलों से यह बात कही।

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और सच क्या है?

  • PM मोदी को लेकर वायरल हो रहे दावे का सच जानने के लिए हमने असल तोजे के बयान को सर्च किया। सर्च रिजल्ट में हमें असल तोजे की मीडिया बाइट इकोनॉमिक टाइम्स के यूट्यूब चैनल पर मिली।
  • वीडियो में नोबेल शांति पुरस्कार कमेटी के सदस्य असल तोजे ने कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट में सकारात्मक तरीके से हस्तक्षेप किया। रूस को परमाणु हथियारों का इस्तेमाल ना करने की चेतावनी दी।
  • तोजे ने आगे कहा- यह देखकर बहुत खुशी हुई, मुझे लगता है कि दुनिया के किसी भी जिम्मेदार नेता को यह संदेश देना चाहिए। जब यह बयान भारत जैसे शक्तिशाली देश से आता है तो और भी महत्वपूर्ण है।
  • इस वीडियो में असल तोजे ने कहीं भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नोबेल शांति पुरस्कार का दावेदार नहीं बताया है।
  • पड़ताल के अगले चरण में हमने असल तोजे के वायरल दावे से जुड़ी दूसरी मीडिया बाइट सर्च की। इसमें हमें ABP न्यूज के यूट्यूब चैनल पर असल तोजे का इंटरव्यू मिला।
  • चैनल पर मौजूद 7 मिनट के इंटरव्यू में असल तोजे ने नोबेल शांति पुरस्कार की नॉमिनेशन प्रोसेस बताई। उन्होंने बताया कि भारत से भी कई नॉमिनेशन मिल रहे हैं। रूस-यूक्रेन जंग रोकने में भी भारत का रोल बहुत जरूरी है।
  • वीडियो में 3 मिनट 45 सेकेंड पर रिपोर्टर ने असल तोजे से पूछा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी लीडरशिप के दम पर रूस-यूक्रेन जंग रोकने के काबिल हैं। इसके जवाब में तोजे ने कहा- आप पूछना चाह रहे हैं कि इससे क्या उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार मिल सकता है।
  • तोजे ने आगे कहा- मैं उम्मीद करता हूं कि नोबेल पुरस्कार के लिए जो काम करने होते हैं, वो दुनिया के सभी राजनेता करने के लिए प्रेरित हों। इस 7 मिनट के वीडियो में भी असल तोजे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नोबेल शांति पुरस्कार का दावेदार नहीं बताया है।
  • पड़ताल के दौरान हमें द न्यू इंडियन नाम के यूट्यूब चैनल पर भी असल तोजे का इंटरव्यू मिला।
  • चैनल पर मौजूद 4 मिनट 48 सेकेंड के इंटरव्यू में भी तोजे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नोबेल शांति पुरस्कार का दावेदार नहीं बताया है।
  • साफ है कि मीडिया संस्थान समेत सोशल मीडिया पर नोबेल शांति पुरस्कार कमेटी के सदस्य असल तोजे के गलत बयान को शेयर किया जा रहा है। उन्होंने यह बयान नहीं दिया कि PM मोदी नोबेल शांति पुरस्कार के बड़े दावेदार हैं।