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- Construction Of Varaha Temple In Ancient Times To Stop Love Jihad? Know The Truth Of This Viral Post
फेक न्यूज एक्सपोज:लव जिहाद को रोकने के लिए प्राचीन काल में हुआ वराह मंदिर का निर्माण? जानिए इस वायरल पोस्ट का सच
क्या हो रहा है वायरल: सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। पोस्ट में खजुराहो के वराह मंदिर की मूर्ति की फोटो है। दावा किया जा रहा है कि प्राचीन काल के लोग लव जिहाद जैसी घटनाओं को रोकने के लिए ही वराह मंदिर का निर्माण करवाते थे। वराहदेव का मंदिर जिस भी गांव में है, उस गांव में लव जिहाद या अन्य कोई जिहादी प्रभावी नही हो सकता।
और सच क्या है?
- इस पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए हमनें इंटरनेट पर खजुराहो के वराह मंदिर का इतिहास सर्च किया। सर्च रिजल्ट में हमें मंदिर का इतिहास जोग हर्षवर्धन नाम के ब्लॉग पर मिला।
- ब्लॉग के मुताबिक, वराह मंदिर का निर्माण चंदेल राजाओं ने सन 900 से 925 के बीच कराया था। मंदिर की प्रतिमा भगवान विष्णु के तीसरे अवतार वाराह की है। इस प्रतिमा पर कई छोटी-छोटी सुंदर मूर्तियां उकेरी गई थीं।
- पड़ताल के अगले चरण में हमनें खजुराहो में 50 साल से काम कर रहे टूरिस्ट गाइड ब्रिजेंद्र सिंह उर्फ मामा से बात की। उन्होंने बताया, पौराणिक कथा के मुताबिक, हिरण्याक्ष नाम के दानव ने पृथ्वी को रसातल में जलमग्न कर दिया था। जिसके बाद भगवान विष्णु ने वराह या जंगली शूकर के रूप में हिरण्याक्ष का वध कर पृथ्वी को सही स्थान पर रखा था। इसी कथा के आधार पर वराह मंदिर का निर्माण हुआ है।
- साफ है कि सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा फेक है। वराह मंदिर का निर्माण लव जिहाद जैसी घटनाओं को रोकने के लिए नहीं हुआ था।