क्या हो रहा है वायरल: सोशल मीडिया पर JCB से एक मकान को ध्वस्त करने का वीडियो सांप्रदायिक एंगल के साथ वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो मध्यप्रदेश के उज्जैन का है। जहां चाइनीज मांझे से एक छात्रा की मौत के बाद पुलिस और नगर निगम की टीम ने मांझा व्यापारी अब्दुल वहाब के घर पर JCB चलवा दी। कहा जा रहा है कि ये कार्रवाई नगर निगम ने सिर्फ इसलिए की, क्योंकि मांझा व्यापारी मुसलमान था।
वीडियो शेयर कर यूजर्स ने लिखा- उज्जैन में चाइनीज मांझे से एक छात्रा की मौत के बाद पुलिस और नगर निगम की टीम ने मांझा बेचने वाले दुकानदार 'अब्दुल वहाब' के घर को अतिक्रमित बताते हुए उस पर JCB चलवा दी। हर साल ऐसे हादसे होते हैं। अब तक कितनों के घरों पर JCB चली या JCB चलाने के लिए दुकानदार का मुसलमान होना जरूरी है?
और सच क्या है?
उज्जैन में शनिवार को 20 साल की छात्रा की जान चाइनीज मांझे से जान चली गई। छात्रा स्कूटी से अपनी ममेरी बहन को लेकर जा रही थी। जीरो पॉइंट ब्रिज पर उसकी गर्दन में चाइनीज मांझा उलझ गया, जिससे उसकी गला कटने से मौके पर ही मौत हो गई।
इस मामले से जुड़ी पूरी खबर भास्कर ने अपनी वेबसाइट पर पब्लिश की थी।
इस हादसे के बाद रविवार को पुलिस और नगर निगम की टीम ने चाइनीज मांझा बेचने वाले तीन दुकानदारों के मकान व दुकान के अवैध कब्जे तोड़ दिये।
नगर निगम का अमला सबसे पहले महाकाल पुलिस तोपखाना निवासी दुकानदार अब्दुल वहाब के घर पहुंची। यहां उसने मकान के आगे अवैध निर्माण कर अतिक्रमण कर रखा था।
इसके बाद शास्त्री नगर निवासी विवेक भावसार के मकान का अवैध हिस्सा भी तोड़ा। यहां वह भावसार किराना स्टोर्स के नाम से चायनीज पतंग बेच रहा था। पुलिस ने कार्रवाई आगे बढ़ाते हुए चाइनीज मांझा बेचने वाले तीसरे व्यापारी इंदौर गेट के निवासी रितिक जाधव के मकान का अतिक्रमण भी तोड़ दिया।
चाइनीज मांझा प्रतिबंधित होने पर पुलिस और नगर निगम ने ये कार्रवाई NSA (रासुका) के तहत की है।
नगर निगम की इस कार्रवाई से जुड़े मामले की पूरी खबर भास्कर ने अपनी वेबसाइट पर पब्लिश की है। वहीं, उज्जैन में नगर निगम द्वारा की गई इस कार्रवाई में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।
साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। पुलिस और नगर निगम द्वारा की गई इस कार्रवाई में कोई भी सांप्रदायिक एंगल नहीं है।