सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दावा किया जा रहा है कि केरल में दिन दहाड़े आरएसएस की एक महिला कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। दावे के सपोर्ट में एक वीडियो भी है, जिसमें कुछ लोग एक महिला को कार से खींचकर बाहर निकालते हैं फिर उसे गोली मार देते हैं। फेसबुक और ट्विटर पर वायरल हो रहा यह दावा सच है या झूठ आइए जानते हैं।
22 मई को मधू पूर्णिमा किश्वर नाम की एक वेरिफाइड ट्विटर यूजर ने आरएसएस और केंद्रीय गृह मंत्रालय को टैग करते हुए एक ट्वीट किया- क्या ये सच है @RSSOrg ? @HMOIndia ? केरल में आरएसएस की एक महिला समर्थक को कार से बाहर निकालकर गोली मार दी गई। हत्यारे, मुस्लिमों ने इसके बाद वहां स्पीच दी और लोगों को धमकाते हुए बोले कि आरएसएस को सपोर्ट करने वालों का यही हाल होगा। (आर्काइव लिंक)
ट्विटर पर एक अन्य यूजर अशोक कुमार ने भी यही वीडियो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को टैग करते हुए ट्वीट किया। वीडियो के साथ कैप्शन था- केरल में आरएसएस समर्थक महिला को कार से खींचकर बीच बाजार मुस्लिमों ने गोली मार दी, उसके बाद हिन्दुओं को चेतावनी दी - यदि कोई आरएसएस और बीजेपी को समर्थन देगा तो उसका यही हाल किया जायेगा। (आर्काइव लिंक)
हमारी पड़ताल में सामने आया कि आरएसएस समर्थक महिला की हत्या से जुड़ा यह कथित वीडियो ना सिर्फ ट्विटर बल्कि फेसबुक पर भी बड़ी ही तेजी से वायरल हो रहा है।
एक फेसबुक यूजर अष्ठाना राजीव ने अपनी फेसबुक वॉल पर यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा- केरल में आरएसएस समर्थक महिला को कार से खींचकर बीच बाजार मुस्लिमों ने गोली मार दी,उसके बाद हिन्दुओं को चेतावनी दी - यदि कोई आरएसएस और बीजेपी को समर्थन देगा तो उसका यही हाल किया जायेगा।
इसी कैप्शन के साथ अन्य यूजर्स भी इस वीडियो को अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर कर रहे हैं।
क्या केरल में सच में दिन दहाड़े एक आरएसएस समर्थक महिला को गोली मार दी गई ? यदि ऐसा था तो इससे जुड़ी कोई खबर भी होनी चाहिए थी लेकिन गूगल पर सर्च करने पर हमें ऐसी कोई खबर हाल फिलहाल के दिनों में दिखाई नहीं दी। हालांकि, कुछ सामान्य से कीवर्ड्स के जरिए जब हमने इस घटना की पड़ताल की तो हमें इंग्लिश न्यूज वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स का एक आर्टिकल मिला जिसे 01 अक्टूबर 2017 को पब्लिश किया गया था। (आर्काइव लिंक)
आर्टिकल में बताया गया था कि - यह वीडियो एक नुक्कड़ नाटक की क्लिपिंग है। इस नुक्कड़ नाटक को डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) ने मलप्पुरम के कलिकवु में आयोजित किया था। इस नुक्कड़ नाटक के जरिए पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या किस प्रकार की गई थी यह दर्शाया जा रहा था।
पड़ताल में हमें आउटलुक इंडिया का 13 सितंबर 2017 को पब्लिश हुआ एक आर्टिकल भी मिला। इस आर्टिकल में स्पष्ट तौर पर लिखा था -केरल में मुस्लिमों द्वारा हिंदू महिला की गोली मारकर हत्या का वीडियो फेक है और यह एक नुक्कड़ नाटक का हिस्सा था। (आर्काइव लिंक)
वहीं, वायरल हो रहा असल वीडियो भी हमें मिला जिन्हें क्रमशः Dyfi Kalikavu MC और CPIM Cyber Commune नाम के फेसबुक पेजेस पर 8 और 9 सितंबर 2017 को पोस्ट किया गया था।
09 सितंबर को CPIM Cyber Commune नाम के फेसबुक पेज पर शेयर किए गए वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा था - गौरी लंकेश की हत्या पर आधारित एक नुक्कड़ नाटक जिसके माध्यम से हम आरएसएस की निंदा करते हैं।
साफ है कि केरल में आरएसएस की महिला समर्थक को मुसलमानों द्वारा गोली मारने का दावा पूरी तरह से भ्रामक और गलत है।
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