- क्या वायरल : दो फोटो का कोलाज वायरल हो रहा है। इसमें एक तरफ पीएम मोदी को स्वादिष्ट व्यंजनों का आंनद लेते दिखाया गया है और दूसरी और भूख से जूझती महिला और उसके बच्चे की तस्वीर है
- क्या सच : पीएम मोदी की 2008 की फोटो को छेड़छाड़ कर तैयार किया गया है। जिस महिला की फोटो लगाई गई है, वो भारत नहीं बल्कि अफ्रीका है
Dainik Bhaskar
Dec 04, 2019, 03:33 PM ISTफैक्ट चेक डेस्क. सोशल मीडिया पर दो फोटो का एक कोलाज शेयर किया जा रहा है। एक फोटो में पीएम मोदी कई तरह के स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेते नजर आ रहे हैं, तो दूसरी फोटो में एक गरीब महिला अपने बच्चे के साथ नजर आ रही है। यूजर्स लिख रहे हैं कि 'अक्लमंदों को बहुत कुछ कहती है ये तस्वीर'। जानिए वायरल हो रही इस तस्वीर की सच्चाई।
क्या वायरल
- फेसबुक पर भूपेंद्र सिंह राजू नाम के यूजर ने इस फोटो को शेयर किया है और स्टोरी लिखे जाने तक यह फोटो 25 हजार से ज्यादा बार शेयर की जा चुकी है।
क्या है सच्चाई
- पड़ताल में पता चला कि यह फोटो भ्रामक है। इस कोलाज में पीएम की तस्वीर छेड़छाड़ कर लगाई गई है, वहीं जो महिला नजर आ रही है, वो अफ्रीका की है।
- कुछ समय पहले कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने भी इस फोटो को ट्वीट किया था।
न खाऊँगा ना खाने दूँगा ! pic.twitter.com/6n1voKhobr
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) September 6, 2018
- ओरिजिनल इमेज को Timescontent.com पर देखा जा सकता है। इसमें दी गई जानकारी के मुताबिक, यह फोटो 2008 की है, तब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और उन्होंने पत्रकारों के लिए दिवाली के मौके पर लंच पार्टी आयोजित की थी।

- वहीं कोलाज में जो दूसरी फोटो महिला की लगाई गई है, वो अफ्रीका की है। यह गेटी इमेज पर उपलब्ध है। वहां दी गई जानकारी के मुताबिक, इस फोटो में मां अपने भूखे बच्चे को पकड़े हुए नजर आ रही है। इस फोटो को वर्ष 1992 में क्लिक किया गया था।

- पड़ताल से स्पष्ट होता है कि सोशल मीडिया में दो फोटो को जोड़कर कोलाज बनाया गया है, जिसमें पीएम मोदी की फोटो के साथ छेड़छाड़ की गई है।