पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
कई लेखक तैयार खड़े (वास्तव में बैठे) हैं। एक किताब लिखी जानी है। तकनीकी तौर पर इस पुस्तक का नाम चुनाव परिणाम आने के बाद तय होगा, लेकिन मजमून वही है- ‘द राइज एंड फॉल ऑफ ममता बनर्जी’। बस एक समस्या है। क्या राइज एंड फॉल सिर्फ ममता बनर्जी का होगा? क्योंकि इस कैटेगरी में दो और नेता हैं- दिलीप घोष और शुभेंदु अधिकारी।
दिलीप दा बरसों से ममता दी की सरकार से लोहा ले रहे थे। खूब पिटते रहे हैं। ठीक वैसे ही, जैसे ज्योति बसु के राज में ममता दी की पिटाई होती रही है। दिलीप दा ने ममता दी की नाक में दम कर रखा है। नागपुर के प्रिय हैं। पश्चिम बंगाल में बीजेपी को जीरो से हीरो बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। लेकिन प्रदेश बीजेपी में अचानक शुभेंदु अधिकारी अधिक महत्वपूर्ण हो गए हैं। मीडिया में छाए हुए हैं। पिताजी भी आ गए। भाई भी आ गए। ताकत बढ़ गई है। कहीं त्रिकोण के दो कोण आपस में मिल गए, तो क्या होगा? सीधी रेखा? देखते हैं।
चॉकलेट है, चॉकलेट का क्या!
अगर आपको याद हो, तो दो साल पहले इसी कॉलम में दिल्ली के एक चॉकलेटी हीरो के पश्चिम बंगाल में सक्रिय होने की बात की गई थी। उन्हें टिकट भी मिल गई है। राजनीति में नौसिखिए हैं। वहां जाकर अपने ही लोगों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लेकिन पार्टी प्रभारी बिल्कुल बोलने को तैयार नहीं है। कहते हैं- ऊपर का मामला है।
... और कार से जाना है
ये सीट बहुत है दूर...। बीजेपी के दो नेता पुड्डुचेरी में पार्टी के चुनाव अभियान में सहयोग के लिए भेजे गए। दोनों यह सोच खुशी-खुशी चले गए कि पुड्डुचेरी छोटा राज्य है। आखिर 30 विधानसभा घूमना कौन-सी बड़ी बात है? वहां एक जिला है माहे और दूसरा है यानम। एक नेताजी गाड़ी पर सवार हुए और ड्राइवर से बोले- यानम ले चलो, तो उन्हें बताया गया कि वह तो विशाखापत्तनम के पास है, माने कोई 800 किलोमीटर से ज्यादा दूर। दूसरे साहब को भी पहुंच कर पता चला कि माहे भी 600 किलोमीटर से ज्यादा दूर है और केरल के कोझीकोड के पास है।
चलते-चलते
बधाई भाईसाहब: नए भाईसाहब लोग आ गए हैं। शायद इतिहास में पहली बार किसी भाईसाहब को भाईसाहब नियुक्त होने पर इतनी बधाईयां मिली हों। खुद भाईसाहब भी इससे सकते में हैं।
कौन भाईसाहब! कैसे भाईसाहब!: भाईसाहब से याद आया, करीब साल भर पहले एक चार्टर्ड एकाउंटेंट महोदय काला-सफेद करने की कोशिश में धरे गए थे। लेकिन उनका कहना था कि वो एक भाईसाहब के बहुत नजदीकी हैं। हालांकि ऐसा कहने से उनको कोई लाभ नहीं हो सका था।
बात पते दी, पता पंजाब दा
पंजाब में खेती-किसानी के बारे में पते की बात अब बहुत लोग जान गए हैं। अब आंकड़े भी आने लगे हैं। जैसे अगर पंजाब में कुल 164 लाख टन धान होता हो, तो पंजाब इससे 20 लाख टन अधिक धान भारतीय खाद्य निगम को बेच देता है। इसे ग्रीन रिवोल्यूशन से आगे चल रहे ट्रक रिवोल्यूशन की करामात मानते हैं। माने सीधे-सीधे 1700 करोड़ रु., हर सीजन में।
पॉजिटिव- आज आप किसी विशेष प्रयोजन को हासिल करने के लिए प्रयासरत रहेंगे। घर में किसी नवीन वस्तु की खरीदारी भी संभव है। किसी संबंधी की परेशानी में उसकी सहायता करना आपको खुशी प्रदान करेगा। नेगेटिव- नक...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.