ओबीसी आरक्षण के ताजा विवाद को लेकर मारवाड़ के दो नेता आपस में भिड़ गए हैं। कैबिनेट में इस मामले में फैसला नहीं होने पर अपनी ही सरकार पर हमलावर हो रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री और विधायक हरीश चौधरी सीएम गहलोत पर धोखा देने का आरोप लगा चुके हैं। उन्होंने नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल को नसीहत दी है कि वे इस मुद्दे पर बयानबाजी करके लोगों को मुद्दे से नहीं भटकाएं। वहीं बेनीवाल ने हरीश पर पलटवार किया है कि हरीश चौधरी मंत्री पद जाने से आहत हैं और ओबीसी आरक्षण का मामला उठाकर वे फिर से चर्चा में आना चाहते हैं।
हरीश बोले- बेनीवाल राजनीति करके मुद्दे को कमजोर करने की साजिश का हिस्सा नहीं बने
ओबीसी आरक्षण में विसंगतियों के मामले में पूर्व कैबिनेट मंत्री व विधायक हरीश चौधरी ने कहा कि नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ओबीसी आरक्षण में विसंगतियों को लेकर राजनीति कर मुद्दे को भटकाने व कमजोर करने के लिए साजिश का हिस्सा नही बनें। अपनी लड़ाई किसी और वक्त लड़ लेंगे।
उन्होंने कहा कि ओबीसी आरक्षण मामले को लेकर विवाद पैदा करवाने से युवाओं को मदद नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि जाट आरक्षण के समय जो अग्रणी लोग विजय पूनिया, राजाराम मील, एडवोकेट डालूराम चौधरी व सोनाराम जाट समेत जो थे, उनसे पूछ लो कि हरीश चौधरी उस दौरान विरोध में थे या पक्ष में थे।
हरीश चौधरी ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत व जो भी इस आरक्षण को लेकर जिन्हें श्रेय देना है उन्हें दे दीजिए। उन्होंने कहा कि हमें श्रेय नही चाहिए। हमारा इकलौता मुद्दा ओबीसी आरक्षण में विसंगतियां बहाल कर प्रदेश के लाखों युवाओं राहत देना है।
साथ ही उन्होंने राजनीतिक धरातल खिसकने की बात करने को लेकर कहा कि बायतु की जनता जो राजनीतिक जमीन तय करेगी वो मुझे मंजूर है। चौधरी ने बताया कि कैबिनेट की गोपनीयता भंग होना दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं भी कैबिनेट में रहा हूं ओर जो साथी कैबिनेट में थे उनको पता है कि युवाओं के जो भी मामले आते थे, मेरा मत हमेशा प्रदेश के युवाओं और बेरोजगारों के साथ रहा है और भविष्य में भी रहेगा।
बेनीवाल बोले- मंत्री पद जाने के बाद हरीश अपनी राजनीतिक जमीन धंसने से आहत हैं
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी प्रमुख तथा नागौर से लोकसभा सांसद हनुमान बेनीवाल ने ओबीसी आरक्षण में व्याप्त विसंगति को लेकर भाजपा के साथ कांग्रेस के नेताओं को भी आड़े हाथों लिया। सांसद बेनीवाल ने कहा कि 2018 में तत्कालीन भाजपा सरकार की मुखिया वसुंधरा राजे ने सुनियोजित रूप से ओबीसी वर्ग के युवाओं के हितों के साथ कुठाराघात करने के लिए ओबीसी वर्ग के युवाओं के आरक्षण में विसंगतियां पैदा करवा दीं। उसके बाद से लगातार राज्य सरकार की हर एक भर्ती में ओबीसी वर्ग के युवाओं के साथ अन्याय हो रहा है।
सांसद ने कहा उन्होंने उचित माध्यम से यह मसला तत्कालीन जिम्मेदारों के समक्ष रखा और हाल ही में विधानसभा के पटल पर भी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायकों ने ही यह मामला उठाया था परंतु कांग्रेस के एक नेता जिन्हें मंत्री पद से हटाने के बाद क्षेत्र में उनकी राजनैतिक जमीन धंसने के बाद बौखलाहट में युवाओं को गुमराह करने के लिए अपनी बात रख रहे हैं जबकि वो स्वयं जब मंत्री थे तब उनके महकमे में हुई भर्ती में भी ओबीसी वर्ग के युवाओं के साथ अन्याय हुआ और जाटों को जब ओबीसी आरक्षण दिलवाने के लिए जन आंदोलन चल रहा था तब वो नेता इसके विरोध में खड़े नेताओं के साथ सुर मिला रहे थे।
बेनीवाल ने कहा ओबीसी वर्ग के युवाओं को न्याय दिलवाने के लिए रालोपा सड़क पर भी बड़ा जन आंदोलन करेगी। पूर्व में भी जहां भी धरना प्रदर्शन हुए वहां आरएलपी के प्रतिनिधि ओबीसी वर्ग के युवाओं के साथ खड़े थे।
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