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हाथ से हाथ जोड़ो अभियान से होगी टिकटों की एक्सरसाइज:डोर-टू-डोर जाकर विधायक-प्रत्याशी परखेंगे ग्राउंड कनेक्टिविटी, पार्टी भी रखेगी नजर

जयपुर2 महीने पहले
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हाथ से हाथ जोड़ो अभियान का खाका तैयार।

कांग्रेस राजस्थान में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के मार्फत चुनावी एक्सरसाइज भी करेगी। 26 जनवरी से देशभर में कांग्रेस का हाथ से हाथ जोड़ो अभियान शुरू होने जा रहा है। इसमें कांग्रेस राहुल गांधी की पदयात्रा के एक्सटेंशन के रूप में इसे लागू कर रही है।

राजस्थान में यह चुनाव के हिसाब से प्रत्याशी की ग्राउंड पर पकड़ और लोकप्रियता को मापने का पैमाना भी बन जाएगा।

राजस्थान में इस अभियान को कांग्रेस दो तरह से देख रही है। पहला, स्थानीय विधानसभा से जुड़ा विधायक, हारा हुआ प्रत्याशी या जो टिकट की तैयारी कर रहे हैं वो नेता डोर-टू-डोर चले जाएंगे। ऐसे में लोगों के बीच उनकी पकड़ कितनी मजबूत है, लोगों की उनसे क्या शिकायतें और उम्मीदें हैं ये उन्हें मालूम चल जाएगा। यह भी पता चलेगा कि चुनाव के दौरान उन्हें कितनी मेहनत करनी है।

कांग्रेस का हाथ से हाथ जोड़ो अभियान 26 जनवरी से शुरू होकर 26 मार्च तक चलेगा।
कांग्रेस का हाथ से हाथ जोड़ो अभियान 26 जनवरी से शुरू होकर 26 मार्च तक चलेगा।

तीन स्तर पर पार्टी करेगी मॉनिटरिंग

दूसरी ओर पार्टी भी इसे संगठन स्तर पर टेस्टिंग के रूप में देखेगी। पार्टी ने हर जिले के लिए हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के पर्यवेक्षक लगाए हुए हैं। वे पार्टी को बताएंगे कि किस विधानसभा में किस मंत्री, विधायक, प्रत्याशी की क्या स्थिति है। अभियान के लिए पार्टी ने तीन स्तर पर मॉनिटरिंग रखी है। हर जिले में प्रभारी मंत्री पहले से हैं। इसके अलावा अभियान के संयोजक और पर्यवेक्षक दोनों लगा दिए हैं।

अभियान में कोताही नहीं, अचानक पहुंचेंगे पर्यवेक्षक

इस अभियान में कांग्रेस किसी भी किस्म की ढिलाई नहीं देना चाहती। अभियान के प्रदेश संयोजक आरसी खूंटिया पहले ही कह चुके हैं कि अभियान के दौरान प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रदेश संयोजक आरसी खूंटिया अचानक पहुंचेंगे। जो नेता या कार्यकर्ता कोताही बरतेंगे, उनके लिए संगठन, टिकट या सरकार में जगह बनाना मुश्किल होगा।

कांग्रेस ने अभियान के लिए 33 जिलों में संयोजक और प्रदेश समन्वय समिति भी बना दी है।
कांग्रेस ने अभियान के लिए 33 जिलों में संयोजक और प्रदेश समन्वय समिति भी बना दी है।

तीन स्टैप में अभियान को उतारेगी कांग्रेस

कांग्रेस हर जिले में तीन स्टैप पर इस हाथ से हाथ जोड़ो अभियान को जमीन पर उतारेगी।

  • पहला : पहले हर जिले में कार्यकर्ताओं को इकट्ठा कर उनसे बातचीत की जाएगी। उनके साथ हर ब्लॉक, हर गांव स्तर की प्लानिंग की जाएगी।
  • दूसरा : हर जगह जाकर कांग्रेस की सरकारी फायदेमंद योजनाओं का लाभ पहुंचाएंगे। बताएंगे कि किस तरह कांग्रेस ने देश को आजाद कराया और कैसे हमेशा कांग्रेस जनहित के लिए काम करती है।
  • तीसरा : राहुल गांधी काे पदयात्रा क्यों करनी पड़ी, इसका कारण बताएंगे। नई पीढ़ी को कांग्रेस के योगदान के बारे में बताएंगे। लोगों की समस्याएं और शिकायतें भी सुनेंगे।

सबसे अहम कार्यकर्ता के यहां चाय पीएंगे नेता

बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष और हाथ से हाथ जोड़ो अभियान में पाली की प्रभारी संगीता बेनीवाल ने बताया कि राहुल गांधी की यात्रा की तर्ज पर ही हर रोज हम किसी एक समर्पित कांग्रेसी कार्यकर्ता के घर पर चाय पीएंगे। इसमें स्थानीय स्तर के विधायक, मंत्री, प्रभारी सहित सभी नेता शामिल होंगे। यह लोगों से जुड़ने का तरीका है। आम लोगों को भी हर स्तर पर हम पार्टी के साथ जोड़ेंगे।

कांग्रेस इस अभियान को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के एक्सटेंशन के रूप में देख रही है।
कांग्रेस इस अभियान को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के एक्सटेंशन के रूप में देख रही है।

फ्लैग होस्टिंग से शुरुआत, पदयात्राएं भी शुरू

अनुसूचित जाति निगम के अध्यक्ष और प्रतापगढ़ जिले में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के प्रभारी शंकर यादव ने बताया कि राहुल गांधी की यात्रा की तर्ज पर ही हम रोज फ्लैग होस्टिंग से ही दिन की शुरुआत करेंगे। दो महीने तक यह कार्यक्रम चलना है। हमारा फोकस नई पीढ़ी को कांग्रेस के बारे में बताने पर हाेगा। कई विधायकों और नेताओं ने 15 किलोमीटर की पदयात्रा पहले से ही शुरू कर दी है। आगे इसे और बढ़ाएंगे।

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