अगर खेत की मोटरों पर बिजली के मीटर लगाने की हिम्मत की तो सरकार इसके नतीजे भुगतने के लिए तैयार रहें। किसान प्रदेश में ऐसी क्रांति खड़ी करेंगे जिसे सरकार रोक नहीं पाएगी। यह बात भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल द्वारा अनाज मंडी में करवाई किसान महापंचायत में संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने कही।
साथ ही उन्होंने प्रदेश सरकार को अब तक की सबसे बड़ी किसान विरोधी सरकार करार देते संघर्ष करने का बिगुल बजा दिया है। महासभा में प्रदेश स्तर के किसान नेता भूपेंद्र सिंह, हरविंदर सिंह, प्रीतम सिंह, जसवंत सिंह, अवतार सिंह आदि विशेष रूप से पहुंचे। संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले प्रदेश के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों ने केंद्र सरकार स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट लागू करके समर्थन मूल्य 2000 प्रति क्विंटल करने, किसानों के कर्ज माफ करने, खुदकुशी कर चुके किसान परिवारों को नौकरी व 10 लाख रुपए का मुआवजा,खेती-बाड़ी में इस्तेमाल होने वाले सभी औजारों को हर तरह के टैक्स से मुक्त करना, बिजली के बिल किसानों से लेने के फैसले को तुरंत वापस लेना, किसानों को सस्ते दाम में औजार मुहैया करवाना व कम जमीन वाले किसानों को कम दर कर्ज देन की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रदेश व केंद्र सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो कड़ा संघर्ष किया जाएगा। इस अवसर पर किसानों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की ।
महारैली में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते किसान। -भास्कर