सिविल अस्पताल परिसर की पार्किंग में वाहनों की ज्यादा गिनती के कारण मरीजों और उनके परिजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों और उनके परिजनों को अपने वाहन पार्क करने तक की जगह भी नहीं मिल रही है।
इसका बड़ा कारण यह है कि अस्पताल परिसर में बाहरी लोगों द्वारा वाहन ज्यादा पार्क किए जाते हैं। अगर हम वाहनों की गिनती की बात करें रोज 500 वाहन पार्क होते हैं, जिनमें से 80 % मार्केट में खरीददारी करने आए लोगों के होते हैं। बाहरी वाहनों के खड़े होने के कारण कई बार अस्पताल में आने वाली एंबुलेंस भी जाम में फंस जाती हैं। अस्पताल की पार्किंग का ठेका पिछले 8 महीने से खत्म हो चुका है। इसके चलते मौजूदा ठेकेदार अस्पताल प्रशासन को रोजाना 7 हजार रुपए किराया देता है। ठेकेदार का तर्क है कि अगर बाहरी वाहनों को अस्पताल में पार्क नहीं करवाएंगे तो रोजाना 7 हजार फीस अस्पताल को कहां से देंगे। यहां ज्यादा गिनती वाहन रैणक बाजार में शॉपिंग करने आने लोगों की होती है। बता दें कि अस्पताल ने पार्किंग का टेेंडर 2 बार िनकाला था। टेंडर की रकम ज्यादा होने के कारण किसी ने पार्किंग का ठेका नहीं लिया। मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. मनदीप कौर का कहना है कि हेल्थ कोऑपरेशन की मंजूरी के बाद पार्किंग के टेंडर को खोल दिया जाएगा। तब ठेकेदार को लोगों को आ रही समस्या के बारे में बताया जाएगा और समस्या हल करवा दिया जाएगा।
अस्पताल में पार्क की गई गाड़ियां।