अंता| भारतीय संस्कृति के प्रति देश से बाहर विद्यार्थियाें में अधिक अभिरुचि झलकती है। अमेरिका में अनुशासित रहकर बच्चे भारतीय संस्कृति से जुड़े नृत्यों को सीखने की कोशिश करते हैं और वे इसमें सफल होते प्रतीत होते हैं। यहां ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों में शास्त्रीय नृत्यों के प्रति आश्चर्य मिश्रित जिज्ञासा दिखाई देती है। देश में जिम्मेदार लोगों को चाहिए कि वे संस्कृति के साथ बच्चों को अनुशासन भी सिखाएं।
यह विचार स्पिक मैके की वर्कशाॅप डेमाॅन्स्ट्रेशन सीरिज के तहत अंता तहसील क्षेत्र के दो सरकारी स्कूलों में प्रख्यात नृत्य गुरु सुजाता महापात्रा की शिष्या कौस्तुवी सरकार ने अमेरिका के नोर्थ केरोलिना से आकर ओडिसी नृत्य प्रस्तुति के दौरान व्यक्त किए। स्पिक मैके डिस्ट्रिक्ट काे-ऑर्डिनेटर हरिमोहन बंसल बताया कि कौस्तुवी ने अपनी पहली प्रस्तुति सोरखंडकलां के उच्च माध्यमिक स्कूल में मंगलवार सुबह 11 बजे से एवं दूसरी प्रस्तुति रातड़िया के उच्च माध्यमिक स्कूल में दाेपहर एक बजे विद्यार्थियों के बीच दी। कौस्तुवी सरकार ने कार्यक्रम की शुरुआत मंगलाचरण पर नृत्य प्रस्तुति से की।
इसके बाद कुछ विद्यार्थियों को स्टेज पर बुलाकर ओडिसी नृत्य की मुद्राओं का अभ्यास करवाया। अमेरिका की यूनिवर्सिटी आॅफ केरोलिना में डांस की प्रोफेसर कौस्तुवी ने नवदुर्गा के कई स्वरूपों पर आधारित नृत्याभिनय के साथ कार्यक्रम समाप्त किया। सोरखंडकलां के उच्च माध्यमिक स्कूल की प्रिंसिपल आरती शर्मा ने एवं रातड़िया स्कूल के प्रिंसिपल पुष्पदयाल नागर ने कलाकार का स्वागत किया। अंत में कलाकार व स्पिक मैके काे धन्यवाद दिया। दोनों ही स्कूलों में संचालन शैलेष महाराज ने किया।
बारां. अंता क्षेत्र के एक स्कूल में नृत्य की प्रस्तुति देती कलाकार।