शहर में शनिदेव को मंदिर की तीसरी स्थापना बसंत हनुमान प्राचीन मंदिर में शनिवार को शनिदेव की मूर्ति स्थापना कर की गई। इस अवसर पर शनिदेव का 11 किलो से पंचामृत से अभिषेक किया गया। तीन माह पूर्व ही इस मंदिर की जन कल्याण सेवा समिति मंदिर बसंत विहार बनाई गई थी, जिसके अध्यक्ष त्रिपुरेश शर्मा थे। शर्मा ने बताया कि यह मंदिर रियासतकालीन है। पूर्व में इसे बगीची के नाम से जाना जाता था। उन्होंने बताया कि मूर्ति सवा दो फीट की अछनेरा से काले पत्थर की 71 सौ रुपए में मंगवाई गई थी, जिसका विधि विधान से शनिवार को मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कराई गई। मंदिर महंत सुखदेव दास ने बताया कि इससे पूर्व मंदिर में संस्थापक बाबा हरिओम जिनकी समाधि आज भी मौजूद है। मंदिर में शिव परिवार, भैरव मंदिर, शीतला माता का मंदिर आदि की मूर्तियां मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि शनिदेव के मंदिर बन जाने से शिव नगर, आदर्श नगर, जयंती नगर, सेक्टर नंबर 3 के श्रद्धालु शनिदेव मंदिर का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व हीरादास स्थित शनिदेव मंदिर व दूसरा किला स्थित परिक्रमा मार्ग में शनिदेव जी का मंदिर स्थापित है। श्रद्धालुओं की संख्या व श्रद्धा के तहत समिति ने इस मंदिर की स्थापना की है। इस अवसर पर भंडारा आयोजित किया गया, जिसमें 700 लोगों ने प्रसादी ग्रहण की। इस अवसर पर राजा कौन्तेय सहित बड़ी संख्या में समिति के पदाधिकारी व श्रद्धालु मौजूद थे।
भरतपुर। शनिदेव मंदिर की मूर्ति स्थापना करते महंत।