पेंशनर्स एसोसिएशन जिला कार्यकारिणी की बैठक मंगलवार को बसंत विहार स्थित पेंशनर्स भवन में हुई। इसमें राज्य सरकार की याेजना में पेंशनर्स को कैल्शियम की दवा नहीं मिलने पर आक्रोश जताया।
एसोसिएशन के अध्यक्ष पूर्व आईएएस एनके जैन ने बताया कि पेंशनर को आयु के अनुसार कैल्शियम की दवाओं की आवश्यकता रहती है। पेंशनर अपने सेवा काल में अपने वेतन से पेंशनर मेडिकल फंड में पैसा जमा कराता है। ताकि उसे सेवाकाल के बाद स्वास्थ्य लाभ के लिए जरूरत पड़ने पर आवश्यक दवाइयां निशुल्क मिले। इसके बावजूद भी राज्य सरकार ने आवश्यक दवाईयों पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह पेंशनर के साथ विश्वासघात है।
महासचिव भूपेंद्र दत्ता ने भी पेंशनर को घुटनों तथा जोड़ दर्द की दवा अदेय करने पर रोष व्यक्त किया। सचिव श्याम सुंदर पारीक ने बताया कि राजस्थान पेंशनर चिकित्सा रियायती योजना की मीटिंग में भी कई बार इस मुद्दे का उठाया। लेकिन कोई प्रगति नहीं हुई। पारीक ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा इस दवा को अदेय घोषित करने से अब राज्यपाल व मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर दवाओं को अदेय से मुक्त करने की मांग की जाएगी। प्रेम सिंह चौहान, राधेश्याम पारीक, दीप चंद सोलंकी, शमशुद्दीन छीपा व चिरंजी लाल टांक आदि उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि पेंशनर को कैल्शियम की दवा नहीं मिलने का मुद्दा दैनिक भास्कर ने मंगलवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
3 दिसंबर को प्रकाशित