डोडी सीनियर सैकंडरी स्कूल में ग्राम पंचायत मद, विधायक कोष-मुख्यमंत्री जन सहभागिता योजना से 20 लाख 22 हजार रुपए के निर्माण कार्य करवाए हैं। इससे स्कूल की फिजां बदल गई है। आमतौर पर ग्राम पंचायतें नाली पटान के कार्यो को प्राथमिकता देती हैं, लेकिन डोडी पंचायत ने सीनियर सैकंडरी स्कूल में करवाए कार्य दूसरी ग्राम पंचायतों के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत बनेंगे।
सरपंच शांतिलाल मीना ने बताया कि पूर्व में डोडी स्कूल की स्थिति काफी खराब थी। इस दर्द को उन्होंने महसूस किया और उन्होंने इस शिक्षा मंदिर (स्कूल) में जरूरी कार्य करवाकर स्कूल का स्वरूप ही बदला दिया है। स्कूल भवन व दरवाजों व खिड़कियों का रंग-रोगन करवाने के साथ-साथ स्कूल में शुद्ध पानी के लिए आरओ मय वाटर कूलर लगाया गया है। चारदीवारी बनाने के साथ छात्राओं के लिए अलग सुविधाघर बनवाया है। स्कूल में बच्चों के बैठने के लिए 100-100 टेबल व स्टूल दिलवाए हैं, ताकि बच्चों को कक्षा-कक्ष में फर्श पर नहीं बैठना पड़े। गांव में बाहर से आने वाले लोग स्कूल भवन को देखकर अपने गांव का स्कूल भी ऐसा बने, यह कल्पना करके जाते हैं। स्कूल में आगे लाइब्रेरी साइकिल स्टैंड, कम्प्यूटर कक्ष सहित अन्य कार्य विधायक कोष से करवाए जाएंगे।
पहले
नैनवां. पहले ऐसा था डोडी स्कूल भवन।
यह करवाए कार्य
डोडी सीनियर सैकंडरी स्कूल में विधायक कोष से 5-5 लाख रुपए में एक कमरा मय बरामदा व स्कूल की चारदीवारी बनवाया है। ग्राम पंचायत की ओर से 3 लाख रुपए की लागत से मंच, 3 लाख रुपए की लागत से बालिका शौचालय, 1.25 लाख रुपए की लागत से ट्यूबवैल मय मोटर, 97 हजार रुपए का आरओ मय वाटर कूलर, 2 लाख रुपए में स्कूल भवन, दरवाजा, खिड़कियों का रंग-रोगन करवाया गया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री जनसहभागिता योजना में स्कूल में 100 टेबल स्टूल दिलवाए हैं। पूर्व में बनी चारदीवारी की ऊंचाई बढ़ाई है। स्कूल का शैक्षिक स्तर पहले से अच्छा है। स्कूल में हुए कार्यो से स्कूल का लुक बदल गई है।
फाइव स्टार का दर्जा प्राप्त है स्कूल को
प्रिंसिपल रणजीतसिंह ने बताया कि स्कूल में 187 बच्चे नामांकित हैं। लगातार तीन वर्ष से बोर्ड का रिजल्ट 100 प्रतिशत रह रहा है। स्कूल को फाइव स्टार का दर्जा मिला हुआ है। स्कूल शिक्षा का मंदिर है। इसी भावना को लेकर पूर्व में 2005-10 के कार्यकाल में भी स्कूल में आवश्यकतानुसार कार्य करवाए थे। अब दुबारा 2015-20 तक के कार्यकाल में फिर कार्य करवाए हैं। अन्य ग्राम पंचायतों के सरपंचों को भी स्कूलों में कार्य करवाना चाहिए।
अब
नैनवां. डोडी सीनियर सैकंडरी स्कूल में विकास कार्याें से बदली फिजां।
डोडी पंचायत के तीन गांव हुए कीचड़मुक्त
नैनवां. राज्यमंत्री अशोक चांदना ने 6 जुलाई को डोडी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर कीचड़मुक्त ग्राम पंचायत योजना का शुभारंभ किया था। इसके बाद ग्राम पंचायत ने डोडी, मानपुरा, उरांसी व पांडूला गांवों में इंटरलॉकिंग सड़कें बनवाकर इन गांवों को कीचड़मुक्त कर दिया है। साफ सुथरे रास्ते देखने को मिल रहे हैं। डोडी सरपंच शांतिलाल मीना ने बताया कि मानपुरा गांव में 12 लाख रुपए की लागत से होलीखूंट से गोपाल मीना के मकान की ओर, शंकर के मकान से मथरा के मकान तक, उरांसी गांव में 23.75 लाख रुपए से मैन ट्यूबवेल से बींजता मेन रोड तक, अपूर्ण इंटरलॉकिंग कार्य, रामदेव मंदिर से हीरामंजी के चौक तक, दुर्गा के मकान से नाथों का मोहल्ला तक के डोडी में 30.62 लाख रुपए से हीरा मंजी से शोनारायण के मकान तक, शोनारायण के मकान से गणेशजी तक, हेमा के घर से रोडू के मकान तक, मैनरोड से कालीबरडी, कालीबरडी से भंवरलाल के मकान तक, मुख्य नहर से मुकेश के मकान तक, पांडूला में 5 लाख रुपए से चारभुजा से बद्री के मकान तक इंटरलॉकिंग सड़कें बनवाई है। इससे इन गांवों में कीचड़ की समस्या का समाधान हो गया है। उधर, सरपंच शांतिलाल मीना ने बताया कि इसके अलावा उरांसी गांव में 10 लाख रुपए से श्मशान की चारदीवारी व दो प्लेटफार्म का निर्माण भी करवाया है।