दौसा | केंद्रीय बजट पर गुरुवार को लोगों की मिली जुली प्रतिक्रिया आई है। इसमें आयकर में छूट नहीं मिलने से लोगों में निराशा है, वहीं किसान व गरीबों के लिए की गई घोषणाओं का स्वागत किया है।
जिला कर सलाहकार एसोसिएशन के महासचिव अजय खंडेलवाल ने कहा कि बजट से आम करदाता की उम्मीद पूरी नहीं हुई है। वेतनभोगी कर दाता व वरिष्ठ नागरिकों को दी गई छूट पर्याप्त नहीं है। उल्टे तीन प्रतिशत की जगह स्वास्थ्य सेस 4 प्रतिशत लागू कर दिया गया। भारतीय मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष उमेश शर्मा ने कहा कि चार करोड़ घरों में मुफ्त बिजली कनेक्शन, 8 करोड़ महिलाओं को गैस कनेक्शन, एक करोड़ 10 लाख मकानों का निर्माण, हर बच्चे को सरकारी शिक्षा से जोड़ने, पांच लाख नए स्वास्थ्य केंद्र खोलने, 10 करोड़ गरीब परिवारों को सालाना, 5 लाख मेडिकल व 50 करोड़ को 5 लाख सालाना स्वास्थ्य बीमा, हर संसदीय क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज की घोषणा सराहनीय है।
दौसा विकास संघर्ष समिति के महामंत्री शिवचरण भंडाना ने कहा कि पेट्रोल व डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाना एवं किसानों के लिए विशेष घोषणाएं राहत की खबर जरूर है लेकिन पेट्रोल व डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में केवल 2 रुपए की कमी करना ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। आयकर सीमा बढ़ाने की आशा लगाए बैठे लोगों को निराशा हाथ लगी।
भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश सदस्य जगदीश व्यास ने कहा कि बजट में गरीबों, किसानों, मजदूरों व बेरोजगारों को 70 लाख नौकरियों का प्रावधान किया गया है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी विशेष छूट सराहनीय है। कांग्रेस नेता बाबूलाल निर्झर ने कहा कि बजट महज आंकड़ों का खेल है।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रशीद बाबू नागौरी ने बजट को थोथी घोषणाओं का पिटारा बताते हुए कहा कि बजट से महंगाई कम नहीं होगी। बेरोजगार युवाओं को कोई राहत मिलने वाली नहीं है। पेट्रोल डीजल के दाम कम नहीं होंगे। आम जन के सपनों पर पानी फेरने वाला बजट है।
वेतनभोगी करदाता व वरिष्ठ नागरिकों को दी गई छूट पर्याप्त नहीं