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देश के 13% हिस्से में 3 ही दिन में पूरे मानसून की 19% बारिश, 27 की मौत

5 वर्ष पहले
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भास्कर न्यूज| जयपुर/ शिमला/जालंधर/पानीपत/श्रीनगर/नई दिल्ली

मानसून फिर सक्रिय होने से राजस्थान सहित उत्तर भारत के कई इलाकों में शनिवार से लगातार बारिश जारी है। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में तीन दिन में ही पूरे मानसून की 19% बारिश हुई है। राजस्थान में सोमवार को उदयपुर के पीपलखूंट में पौने 4 तो नीमराना में 3.5 इंच बारिश दर्ज की गई। वहीं बेणेश्वर धाम टापू बनने से वहां 500 से अधिक भक्त फंस गए। इधर, पंजाब में 3 दिन में सबसे ज्यादा 112 मिमी बारिश हुई, जो कुल मानसूनी बारिश की 22% है।

संपत्ति को सबसे ज्यादा नुकसान हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हुआ है। हिमाचल में नदियों का जलस्तर बढ़ने और लैंडस्लाइडिंग की वजह से कुल्लू-मनाली जाने वाले नेशनल हाईवे समेत 378 सड़कें टूट गई हैं। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा रोक दी गई है। वहां एनएच समेत 48 सड़कें बंद हैं, जिन्हें खोलने में तीन दिन लग सकते हैं।

इन पांच राज्यों में बारिश की वजह से 27 लोगों की मौत हुई है। हिमाचल में 5, हरियाणा में 7, पंजाब में 1, उत्तराखंड में 6 और जम्मू-कश्मीर में 8 मौतों की पुष्टि हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि मंगलवार शाम तक बारिश थम सकती है। हिमाचल के चंबा में 816 बच्चों समेत 1200 लोग बाढ़ की वजह से फंसे हुए हैं। इसी तरह 350 लोग लाहौल-स्पीति में फंसे हुए हैं।

चारधाम यात्रा भी रोकनी पड़ी, सड़कें खुलने में लगेंगे 3 दिन
कुल्लू में एयरफोर्स ने 21 लोग एयरलिफ्ट किए, कठुआ में भी 29 बचाए
फोटो कुल्लू में ब्यास नदी में आई बाढ़ की है। यहां एयरफोर्स ने 21 लोगों को एयरलिफ्ट किया। इसी तरह जम्मू-कश्मीर में कठुआ समेत कई जगहों पर 29 लोगों को बचाया गया। पंजाब के स्कूल-कॉलेजों में छुट्‌टी कर दी गई है। लोगों को घरों से नहीं निकलने की सलाह दी गई है।

हरियाणा में 30 लाख एकड़ में फसल बर्बाद

हरियाणा में 30 लाख एकड़ में धान की आधी फसल बर्बाद हुई है। इसी तरह पंजाब में धान-कपास खराब हुई है। सरकारें नुकसान का आकलन कर रही हैं। हिमाचल सरकार ने 470 करोड़ रु. का नुकसान बताया है।

राजस्थान में बारिश के दो चेहरे: ईस्ट में 27% अधिक बरसात, वेस्ट में सूखा... मानसून भले ही फिर से सक्रिय हो गया हो लेकिन प्रदेश के कई हिस्से अब भी बारिश को तरस रहे हैं। ईस्ट राजस्थान में औसत से 27% अधिक बरसात हुई लेकिन पश्चिमी इलाके मंें यह आंकड़ा 60% तक कम रहा। पूर्वी हिस्से में कटी हुई फसल अिधक बारिश के कारण डूब गई तो पश्चिमी इलाकों में सूखे के हालात हैं। -पढें पेज 18

लगातार बरसात के तीन कारण

पहला: हरियाणा के ऊपर हवा का लो प्रेशर बना।

दूसरा: अपर एयर साइक्लोनिक सर्कुलेशन बढ़ा। तीसरा: वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी सक्रिय हो गया। तीनों कारकों के मिश्रण की वजह से लगातार बारिश हो रही है।

केलांग: 28 साल बाद सितंबर में बर्फ

राजस्थान के भी कई हिस्से भीगे, बेणेश्वर धाम में फंसे 500 भक्त
हिमाचल के केलांग में सितंबर में 28 साल बाद बर्फ गिरी। मंडी जिले के जंजैहली में 15 साल बाद सितंबर में बर्फबारी हुई।

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