जयपुर. बिट्काॅइन के मार्फत देशभर के सैकड़ाें लाेगाें काे माेटा मुनाफा हाेने का झांसा देकर कराेड़ाें रुपए का निवेश करवाकर उनके साथ ठगी करने के मामले का एटीएस ने मंगलवार काे भंडाफाेड़ करके चार जनाें काे गिरफ्तार कर लिया।
जयपुर में विशाल गुप्ता, दिल्ली में विकास चाैधरी व शिल्पा शर्मा और गाजियाबाद से महेश इस रैकेट काे चला रहे थे। चाराें से एटीएस के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। जबकि दस अन्य जनाें काे हिरासत में लिया है। आराेपी ने निवेशकाें की राशि से ऑनलाइन सट्टा लगाने का काम करते हैं। इस संंबंध में एसओजी ने मुकदमा दर्ज किया था। डीजी एटीएस ने मामले की जांच एटीएस काे साैंपी गई। जांच के बाद एटीएस की अलग-अलग टीम बनाई गईं और देहरादून, दिल्ली, गुड़गांव, जयपुर और गाजियाबाद में अलग-अलग छापे मारे गए, जहां पर बिट्काॅइन के मार्फत निवेशकाें से कराेड़ाें रुपए निवेश कराकर ऑनलाइन सट्टा लगाकर उनके साथ ठगी की गई है।
पार्टियाें का आयाेजन कर लाेगाें काे झांसे में लेते थे
एटीएस के डीजी भूपेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि आराेपी लाेगाें काे झांसे में लेने के लिए बाली और गाेवा में उनकाे ट्यूर पर लेकर जाते थे, जहां पर उनके लिए पार्टियाें का आयाेजन किया जाता था। उन पार्टियाें में देश और विदेश के फिल्म स्टार शामिल हाेेते थे। ऐसे में लाेगाें आराेपियाें के आसानी से झांसे में आ जाते थे और मुनाफे के लिए निवेश कर देते थे। आरोपियों ने जयपुर के 11 लोगों से 2.5 करोड़ ठगे हैं। फुलेरा के प्रहलाद से ~45 लाख की ठगी की थी, तब उसने एसओजी में शिकायत की थी।
थाईलैंड, इंडोनेशिया, अरमेनिया, रूस तक जड़ें
आराेपियाें ने बिट्काॅइन के नाम पर दाे वेबसाइट बना रखी थीं। एटीएस आराेपियाें से पूछताछ कर रही है। आराेपियाें के तार थाइलैंड, इंडाेनेशिया, अरमेनिया और रूसी माफियाओं से जुड़े हैं। इस संबंध में एटीएस ने केन्द्रीय जांच एजेंसियाें काे सूचना दे दी है। प्रारंभिक जांच में आशंका जताई गई है कि आरोपी आतंकी संगठनों से जुड़े लोगों को भी फंडिंग करते थे।
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