एटीएम पर कार्ड क्लोनिंग डिवाइस-कैमरा लगाया, ताकि खातों से नकदी उड़ा ले ...साजिश पकड़ी गई

4 वर्ष पहले
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  • एटीएम का उपयोग करने वाले 4 कस्टमर का कार्ड क्लोन हो चुका था
  • पिन भी रिकॉर्ड कर चुका था कैमरा, 5वें कस्टमर की सतर्कता से पकड़ी गड़बड़ी

जयपुर. राजधानी में एक कस्टमर की सजगता से एटीएम पर कार्ड क्लोनिंग डिवाइस एवं कैमरे लगाकर बैंक खातों से नकदी उड़ाने की बड़ी साजिश का पर्दाफाश हो गया। साइबर अपराधियों की इस साजिश में चार बैंक कस्टमर फंस भी गए थे, लेकिन पांचवें ग्राहक को संदेह होने पर मामले का खुलासा हो गया। अन्यथा कई लोगों के खातों से नकदी उड़ाई जा सकती थी।

मामला, सांगानेर में टोंक रोड गायत्री नगर की एसबीआई एटीएम का हैं। दो दिन पहले एक युवक इस मशीन से नकदी निकालने पहुंचा था। नकदी निकासी के लिए जैसे ही उसने कार्ड मशीन में लगाया उसे संदेह हो गया। उसने कार्ड लगाने वाली जगह पर लगे प्लास्टिक के बॉक्स को खींचकर बाहर निकाल लिया। उसमें कार्ड रीड करने वाली डिवाइस लगी थी।
 
यही नहीं, गोपनीय पासवर्ड लगाने वाले की-बोर्ड के ठीक ऊपर भी कैमरा लगा था। उसने कैमरा भी हटा दिया और इसकी सूचना बैंक के कस्टमर केयर को दी। बैंक प्रशासन ने एटीएम संभालने वाली टीएसआई कंपनी को सूचना दी। कंपनी के प्रतिनिधि जितेन्द्र मौर्य ने मंगलवार को सांगानेर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई।

एटीएम में लगे सीसीटीवी फुटेज में सामने आया कि 26 अगस्त को सुबह 8 बजे एटीएम बूथ में घुसे युवक ने पहले डिवाइस लगाया और फिर कैमरे को फिट किया। इसके बाद चार लोगों ने एटीएम का इस्तेमाल किया। इन लोगों का डाटा कैमरें एवं डिवाइस में कैद हो गया था। हालांकि, आरोपी नुकसान कर पाता इससे पहले ही कस्टमर की सजगता से मामला खुल गया। पुलिस को लाल रंग का शर्ट पहने युवक (ऊपर) की तलाश है।

ध्यान रखें : कार्ड क्लोनिंग होने के बाद बदमाश कार्ड की जानकारी और कैमरे रिकॉर्ड किए गए पासवर्ड के आधार पर लोगों के बैंक खाते से ऑनलाइन ठगी कर लेते है। ऐसे में एटीएम से पैसे निकालते समय सावधानी जरूर बरतें। आस-पास में कुछ भी संदेहास्पद लगे तो इसकी जानकारी बैंक या पुलिस को दीजिए।

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