शहर के जिला और सेटेलाइट व मेडिकल कॉलेज के अधीन तीनों प्रमुख अस्पतालों के रेजिडेंट्स लंबित मांगों को लेकर मंगलवार सुबह करीब 9 बजे से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। हालांकि पूर्व सूचना के चलते मेडिकल कॉलेज और उसके अधीन अस्पतालों में सीनियर डॉक्टर ओपीडी के समय मरीजों को देखने पहुंचे। मेडिकल ऑफिसर और सीनियर रेजिडेंट्स भी हड़ताल में शामिल नहीं हुए। हालांकि हड़ताल के पहले दिन ज्यादा फर्क नहीं पड़ा। रेजिडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. विकास चौधरी ने बताया कि प्रदेश के सभी रेजिडेंट्स डॉक्टर्स एसोसिएशन पिछले 14 नवंबर से अपनी लंबित मांगों को पूरा करने के लिए मांग कर रही है, लेकिन सरकार के कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाने के चलते प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट्स एक साथ हड़ताल पर चले गए। रेजिडेंट्स की प्रमुख मांगों में सुरक्षा की समुचित व्यवस्था करना, पीजी की फीस वृद्धि के आदेश को वापस लेने के साथ ही सीनियर रेजिडेंट्स के लिए एक साल की सर्विस की बाध्यता वाले आदेश को विलोपित करना है।
महात्मा गांधी अस्पताल के आउटडोर में रोगी अपनी बारी का इंतजार करते हुए।
ओपीडी और वार्ड में नजर आए सीनियर डॉक्टर्स
डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के अधीन तीनों अस्पतालों व दो जिला और सेटेलाइट अस्पतालों में सीनियर डॉक्टरों ने सुबह ओपीडी और वार्ड की व्यवस्था संभाली। ओपीडी में असिस्टेंट प्रोफेसर से प्रोफेसर स्तर के डॉक्टर नजर आए। वहीं वार्ड में भी बारी-बारी से यही नजारा देखने को मिला। एमजीएच में मेडिसिन ओपीडी में अकेले डॉ. दिनेश पाल सिंह मरीजों की लंबी कतार को देखते दिखाई दिए तो एमडीएम मेडिसिन ओपीडी में डॉ. प्रतिभा सिंह व सर्जरी विभाग में डॉ. विजय वर्मा ने मरीजों को देखा।
अस्पतालों में ये रहे हालात
महात्मा गांधी अस्पताल| ओपीडी 1000, आईपीडी 30, मेजर 8, माइनर 47 और मौत 5
एमडीएम अस्पताल| ओपीडी 3430, आईपीडी 133, मेजर ऑपरेशन 23, माइनर ऑपरेशन 15, नाॅर्मल डिलेवरी 4, सिजेरियन 8, मौत 5
उम्मेद अस्पताल| ओपीडी 744, आईपीडी 70, माइनर 1, मेजर ऑपरेशन 12, डिस्चार्ज 187, डिलेवरी 12
पावटा अस्पताल| ओपीडी 965, आईपीडी 25, मेजर ऑपरेशन 4, माइनर ऑपरेशन 4
मंडाेर अस्पताल| अाेपीडी 686, अाईपीडी 3, अाॅपरेशन 2