नगर पालिका के ठिमली वार्ड में संचालित राजकीय प्राथमिक विद्यालय लंबे समय से एक पैराटीचर के भरोसे चल रहा है। स्कूल के विभिन्न प्रकार के कार्यों के दबाव के कारण विद्यार्थियों का अध्ययन कार्य प्रभावित रहता है। नियमित समय पर स्कूल नहीं खुलने से बच्चों का शैक्षणिक भविष्य अंधकारमय है। ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल समय पर नहीं खुलने से बच्चों का अध्ययन व उचित शिक्षा उपलब्ध नहीं हो रही है।
एकल शिक्षक सावित्री शर्मा ने बताया कि अध्ययन के साथ ही स्कूल की डाक, पोषाहार, मीटिंग व अन्य विभागीय कार्यों को भी समय पर पूरा करने का दबाव बना रहता हैं, जिससे समय पर स्कूल नहीं खुल पता है। जुलाई माह से एकल शिक्षक के भरोसे चल रहा है। एक से 5वीं कक्षा तक 31 बच्चों का नामांकन है। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के अभाव में स्वयं को अथवा रसोई कर्मचारी को ही स्कूल की सफाई व्यवस्था करना पड़ती है। संबंधित अधिकारियों को कई बार समस्या से अवगत करवाया, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया है।
समस्या
ठिमली के विश्वकर्मा बस्ती राजकीय प्राथमिक विद्यालय का मामला, बच्चों की पढ़ाई हो रही है प्रभावित
कापरेन। विश्वकर्मा बस्ती रेलवे स्टेशन स्कूल में भरा टेंट का सामान।
प्रभावशाली लोग कर रहे उपयोग
रेलवे स्टेशन स्थित विश्वकर्मा बस्ती राजकीय प्राथमिक विद्यालय गत 7-8 महीने से बंद पड़ा है। इसके मुख्य गेट पर ताला लगा हुआ है तथा अंदर अज्ञात लोगों ने टेंट के सामान कमरों में भर रखे है। जानकारी के अनुसार इस स्कूल के बच्चों को दूसरे विद्यालय में शिफ्ट कर दिया गया है, लेकिन अब इसका उपयोग अन्य प्रभावशाली लोग कर रहे है। लोगों का कहना है कि इसे वापस चालू किया जाए तो ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सकती है।