एम्स व जिपमेर में भी नीट के अंकों के आधार पर एडमिशन मिलने के कारण अब नीट के रजिस्ट्रेशन फीस में बढ़ोतरी कर दी है। सामान्य वर्ग की रजिस्ट्रेशन फीस 1400 रुपए से बढ़ाकर 1500 व एससी, एसटी, ओबीसी व निशक्तजन की रजिस्ट्रेशन फीस 750 से बढ़ाकर 800 रुपए कर दी गई। जनरल ईडब्ल्यूएस व ओबीसी एनसीएल की फीस 1400 रुपए ही रखी गई है। पहले एम्स की रजिस्ट्रेशन फीस 1500 रुपए थी। इस लिहाज से फीस बढ़ने के बावजूद स्टूडेंट्स को नुकसान नहीं हुआ है।
उधर, नीट-2019 में नकल के मामले सामने आने के बाद एनटीए ने नियम सख्त कर दिए हैं। साल 2020 में हाेने वाली नीट के लिए अनफेयर मीन्स के लिए अलग से गाइडलाइन जारी की है। अनफेयर मीन्स का मामला सही पाए जाने पर संबंधित छात्र को तीन साल के लिए परीक्षा से बाहर किया जा सकता है। गाइडलाइन के अनुसार अगर कोई छात्र एग्जामिनेशन हाल में खाने की सामग्री भी लेकर आता है तो उसको भी अनफेयर मीन्स की श्रेणी में गिना जाएगा। वहीं आंसर शीट पर ही सवाल का जवाब लिखना है। अगर छात्र टेबल व किसी अन्य जगह सवालों को उत्तर देता हुआ मिला तो वह भी नकल में ही शामिल माना जाएगा। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने अलग-अलग बिंदुओं में अनफेयर मीन्स को बताया है। यहां तक कि छात्र रिजल्ट भी निरस्त किया जा सकता है।
जूतों पर रहेगी पाबंदी
परीक्षा केंद्र पर जूतों पर पाबंदी का नियम अगले साल भी जारी रहेगा। स्टूडेंट्स को सैंडल या चप्पल में ही एग्जाम सेंटर पर जाना होगा। फुल आस्तीन के कपड़ों पर पाबंदी लगाई गई है। वहीं धार्मिक वस्त्र धारण करने वालों को रिपोर्टिंग टाइम से एक घंटा पहले रिपोर्ट करना होगा। काेई भी इलेक्ट्राॅनिक आइटम केंद्र में नहीं ले जा पाएंगे। डायबिटीज से ग्रसित स्टूडेंट्स को एनटीए ने राहत दी है। वह अपने खाने की सामग्री व टैबलेट सेंटर पर ले जा सकेंगे, लेकिन पैक्ड फूड पर पूरी तरीके से पाबंदी रहेगी। सेंटर्स पर स्टूडेंट्स का सामग्री रखने की अलग से व्यवस्था नहीं की जाएगी।