पिछले 7 दिनों से कस्बे के डाकघर का सर्वर डाउन होने के चलते कामकाज ठप पड़ा हुआ है लेकिन उच्च अधिकारी इस और ध्यान नहीं दे रहे। इसको लेकर मंगलवार को कई उपभोक्ताओ ने पोस्टमास्टर का घेराव किया। उपभोक्ताओं की डाकघर कार्मिंकों से इस मामले में तीखी बहस हुई। पोस्टमास्टर ने पुन: उच्चाधिकारियों को अवगत कराया लेकिन समाचार लिखे जाने तक सर्वर ठीक करने की कोई कार्रवाई शुरू नही हुई। इस दौरान डाकघर के काउंटर सूने पड़े रहे। विभिन्न कामों से आए उपभोक्ताओं को बैरंग लौटना पड़ा। पोस्टमास्टर मोहनलाल कुमावत ने बताया कि 5 सितंबर दोपहर 2 बजे से डाकघर का सर्वर डाउन होने के चलते कामकाज ठप पड़ा है। डाक अधीक्षक व सिस्टम मैनेजर को फोन से अवगत कराया लेकिन सुधार कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ। रोजाना उपभोक्ताओं व कार्मिकों के बीच बहस के दौरान लड़ाई की नौबत आ जाती है। डाकघर का सर्वर डाउन हो जाने के कारण रजिस्ट्री डाक, स्पीड पोस्ट, डाक बीमा, आरडी, सुकन्या योजना सहित किसी भी योजना में न तो लेनदेन हो पा रहा है और ना ही उपभोक्ताओं को पैमेंट दिया जा रहा। अमूमन डाकघर मेें प्रतिदिन 10 से 15 लाख रुपए का लेनदेन होता है। ऐसे में माना जा रहा है कि सात दिनाें में करीब एक करोड़ का लेनदेन प्रभावित हो चुका है लेकिन जिम्मेदार नहीं चेत रहे है।