पाली पुलिस की चार थानों की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बुधवार सुबह तखतगढ़ में नाकाबंदी में ऐसे गिरोह के 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने प्रदेश के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश में 150 से अधिक चोरी-नकबजनी की वारदात कर करोड़ों रुपए का माल चुराया है। गिरोह में शामिल 7 आरोपी एमपी के नीमच इलाके में सक्रिय बांछडा, कर्मावत समूह से हैं, जिनके खिलाफ पूर्व से ही दर्जनों प्रकरण दर्ज हैं। एसपी आनंद शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आठवां आरोपी हेमंत सोनी पुत्र सुभाषचंद्र चित्तौड़गढ़ के हाउसिंग बोर्ड इलाके के कुंभा नगर का निवासी है, जो अपने आप को आईबीए चैनल का पत्रकार बताता है। उसके पास आईबीए का माइक-लोगो व एक आई कार्ड भी तथा टवेरा कार भी मिली है। पूछताछ में सामने आया है कि यही फर्जी पत्रकार विभिन्न जगहों पर नाकाबंदी के दौरान अपने आप को पत्रकार बताते हुए मीडिया की आड़ में कवरेज करने का कहते हुए पुलिस के सामने धौंस जमाकर अपनी कार में गिरोह के बाकी बदमाशों के साथ बच निकालता था।
भूंबलिया, सेवरिया व राबड़ियावास क्षेत्र में 16 मकानों में की थी वारदात, 25 लाख के जेवर व नकदी चुराई
एमपी के नीमच का है बांछड़ा गिरोह
मध्यप्रदेश के नीमच जिले में मनासा इलाके में बांछडा (कर्मावत) समूह की अधिकांश महिलाएं देह व्यापार में लिप्त हैं, जबकि पुरुष आपराधिक प्रवृति के हैं, जो चोरी-नकबजनी, लूट जैसे अपराध में कई बार पकड़े जा चुके हैं। इसी गिरोह के 8 आरोपी पाली पुलिस के हाथ लगे हैं।
1 माह से गिरोह के पीछे लगी थी पाली पुलिस
पाली जिले केे रास, भुंबलिया, सेवरिया व राबडियावास गांव में 11 दिसंबर से 11 जनवरी के बीच कुछ दिन के अंतराल में 16 मकानों के ताले तोड़ चोर करीब पंद्रह-बीस लाख रुपए के जेवरात व चार-पांच लाख रुपए की नकदी चोरी कर ले गए। हर रात में चोरों ने तीन से चार मकानों में वारदात की थी। इस पर एएसपी ज्योतिस्वरूप शर्मा व वृत्ताधिकारी जैतारण किशोरसिंह भाटी के निर्देशन में रास एसएचओ प्रेमप्रकाश, कालू एसएचओ राजदीपेंद्रसिंह व सेंदड़ा एसएचओ राजेश मीणा के साथ साइबर सेल के हैडकांस्टेबल गौतम आचार्य, समंदरसिंह राजपुरोहित व कांस्टेबल जगाराम राठौड़ की टीम ने साइबर व सीसीटीवी फुटेज तकनीक से एक माह से इस गिरोह के पीछे थी। बुधवार सुबह तखतगढ़ थाना प्रभारी सवाईसिंह राठौड़ के साथ साइबर सेल के हैडकांस्टेबल ओमप्रकाश, कांस्टेबल ओमप्रकाश समेत थाने की टीम ने नाकाबंदी के दौरान टवेरा कार के साथ गिरोह के सभी आठ आरोपियों को धर दबोचा।
हेमंत सोनी
फर्जी पत्रकार बना गिरोह का मुखिया
चित्तौड़गढ़ के कुंभा नगर निवासी हेमंत सोनी बांछड़ा गिरोह का लीडर बना हुआ है, जो अपने आप को आईबीए नेटवर्क का पत्रकार बताता था और रास्ते में पुलिस के रोकने पर चैनल का माइक-लोगो व आईकार्ड बता कर धौंस जमाता। मीडिया कवरेज का कहते हुए आरोपी आसानी से साथियों के साथ नाकाबंदी में भी बचकर निकल जाते।
पाली. रास थाना पुलिस की गिरफ्त में अंतरराज्यीय चाेर गिरोह के 8 आरोपी।
एक आरोपी चित्तौड़गढ़ का, बाकी एमपी के बांछड़ा गिरोह के
रास पुलिस ने बुधवार को चित्तौड़गढ़ के हाउसिंग बोर्ड निवासी फर्जी पत्रकार हेमंत सोनी के साथ एमपी के नीमच जिले में मनासा इलाके के पिपलियां रुंडी निवासी प्रदीप पुत्र गेंदालाल बांछड़ा (कर्मावत), गोपाल पुत्र किशनलाल, रविसिंह पुत्र किशनलाल, बन्नेसिंह पुत्र हजारीसिंह, गोपाल पुत्र नारायण, जगदीश पुत्र किशनलाल निवासी चाड़ौली व संजय पुत्र मोहनलाल बांछड़ा निवासी बरडिया को गिरफ्तार किया।
गुजरात-महाराष्ट्र में भी की कई वारदात
इस गिरोह ने पाली, नागौर, अजमेर, राजसमंद, भीलवाड़ा, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, सिरोही, गुजरात में अंबाजी, पालनपुर, अहमदाबाद के साथ मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र में 150 से ज्यादा जगहों पर चोरी-नकबजनी की वारदात में करोड़ों रुपए कीमत का सामान चोरी किया।
शगुन लेकर अंधेरा पक्ष में करते वारदात, नशा व अनैतिक कामों में खर्च करते चोरी का पैसा