जिले में पहली बार अलग-अलग व्यवसाय से जुड़े लघु उद्यमियों ने रविवार काे लघु उद्योग भारती संगठन के बैनर तले जुटकर उद्योग संचालन में आने वाली चुनौतियों को लेकर मंच साझा किया। साथ ही अलग-अलग संगठनों के माध्यम से संघर्ष करने के बजाय एकीकरण की भावना को आत्मसात किया। संगठन की रजत जयंती पर आयोजित सम्मेलन में सभी उद्यमियों ने एक स्वर में कहा कि हमारे सामने चुनौतियां तथा समस्या एक जैसी ही हैं। इनको सामूहिक रूप से उचित मंच पर उठाकर ही समाधान होगा।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, सांसद पीपी चौधरी तथा राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रकाशचंद्र गुप्ता समेत अन्य अतिथियों ने भी खुले दिल से स्वीकार किया कि पाली से एकीकरण का यह सूत्रपात पूरे देश में नजीर बनेगा। टाउनहॉल में हुए इस कार्यक्रम में मंत्रियों व सांसद ने आश्वस्त किया कि लघु उद्यमियों के हितों की रक्षा करने के प्रति वे संकल्पबद्ध हैं। ऐसे उद्योगों काे बढ़ावा देने तथा नए उद्योग लगाने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से नई नीति लागू कराने का प्रयास करेंगे। लघु उद्योग भारती के प्रदेश सचिव विनय बंब ने संगठन की गतिविधियों के बारे में बताया। इस दौरान जोधपुर महापौर घनश्याम ओझा, विधायक ज्ञानचंद पारख, जीएसटी काउंसिल के ओमप्रकाश मित्तल, लघु उद्योग भारती जोधपुर अंचल के अध्यक्ष शांतिलाल बालड़, नगर परिषद चेयरमैन महेंद्र बोहरा, उपसभापति मूलसिंह भाटी, सांसद प्रतिनिधि राकेश भाटी, भाजपा जिलाध्यक्ष करणसिंह नेतरा, प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी अमित शर्मा, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक अब्दुल रजाक सहित रीको के सह क्षेत्रीय प्रबंधक सहित अनेक विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे। इसी प्रकार लघु उद्योग भारती के सुनील हुरकट, रविमोहन भूतड़ा, सुनील पोद्दार, महावीर मेहता, महावीर सालेचा, प्रमोद देसरला, मुनेश्वर मोदी, धर्मेंद्र मुणोत, दीपक समदडिय़ा सहित अनेक कार्यकर्ताओं ने व्यवस्थाएं संभाली। सम्मेलन में पाली के अलावा रोहट, बालोतरा, बाड़मेर, जोधपुर, सुमेरपुर, रानी, फालना, सोजत व सुमेरपुर के उद्यमियों ने भी भाग लिया। अंत में जल शक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत ने सीईटीपी उपाध्यक्ष कमलेश सत्कार की तरफ से अपनी फैक्ट्री में लगाए एमवीआर तकनीक के ट्रीटमेंट प्लांट काे देखा। इससे पहले किसान माेर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष गिरधारीसिंह मंडली की अगुवाई में वाहनाें के काफिले के साथ केंद्रीय मंत्री कैलाश चाैधरी व शेखावत काे घुमटी टाेल नाके से लेकर टाउन हाॅल पहुंचे। इस दाैरान पूर्व पार्षद त्रिभुवनसिंह मंडली व पार्षद माेहनलाल भी माैजूद रहे।
यह 4 बड़े संदेश ; ताकि एकता व समयबद्धता के साथ अनुशासन से आगे बढ़ें उद्यमी
1. पहली बार हुअा एेसा- फालना से छाता, सोजत से मेहंदी, पाली से चूड़ी, ग्रेनाइट, टैक्सटाइल, प्लास्टिक पाइप, फूड प्रोडक्ट, सुमेरपुर से अाॅटोमोबाइल्स, जैतारण से चाइना क्ले, रोहट से रंगीन कांकरी निर्माता व रानी से इंजीनियरिंग समेत सभी पहुंचे।
2. समयबद्धता का पालन सफलता का मूलमंत्र- कार्यक्रम निर्धारित समय पर ही शुरू कर इसे तय समय पर खत्म किया गया। केंद्रीय राज्यमंत्री कैलाश चौधरी देरी से पहुंचे, मगर उनका इंतजार करने के बजाय कार्यक्रम शुरू कर दिया गया।
3. एकता से जीत सकते हैं हर जंग- उद्यमियों ने सामूहिक रूप से माना कि अलग-अलग बिखरे संगठनों की मांग तो एक ही है, मगर राजनीतिक युग में एकता से ही किसी भी बात को मनाया जा सकता है। इसके लिए कई तरह के उदाहरण भी पेश किए।
4. अनुशासन को आत्मसात करना जरूरी - जीवन में अनुशासन बहुत जरूरी है। पूरे कार्यक्रम में इसकी झलक नजर आई। कार्यक्रम की शुरुआत से लेकर अंत तक कोई हॉल से बाहर नहीं आया। यहां तक कि जिसको बोलने का जितना वक्त दिया, उससे एक सेकंड भी कोई ज्यादा नहीं बोला।
टाउनहॉल में रविवार को आयोजित सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री को समस्या बताते उद्यमी।
एक मंच पर जुटे तो समस्याओं के समाधान की दिशा में उठे कदम

सोजत- मेहंदी को कृषि जिंस में शामिल किया जाए
कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी - यह सही है कि मेहंदी की पैदावार खेतों मेंं ही होती है। आप दिल्ली आओ, इसको लेकर तत्काल निर्णय होगा।

पाली-प्रदूषण नियंत्रण को लेकर कोई तकनीक ऐसी लाएं, जिससे सरकारी अनुदान मिले।
जलशक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत- एमवीआर तकनीक की गुणवत्ता के लिए टीम भेजेंगे, इसके लिए अनुदान दिलाने का प्रयास भी करेंगे।

पूरे देश में एक ही टैक्सटाइल नीति होनी चाहिए, गुजरात में अलग और राजस्थान में अलग क्यों?
शेखावत व चौधरी - इस बारे में शीघ्र ही कोई हल निकालेंगे, ताकि देश में कहीं भी उद्योग लगाने के लिए एक जैसे ही नियम हाे।

जॉब करने वाले उद्यमियों को सेगमेंट वाइज डिटेल देनी पड़ रही, इससे 99 प्रतिशत उद्यमी भर नहीं पाए
जीएसटी एडवायजरी बोर्ड के सदस्य ओमप्रकाश मित्तल - शीघ्र ही इसमें सरलीकरण हाेगा, ऐसी पूरी आशा है। वित्त मंत्रालय से वे संपर्क में हैं।

भू-जल बोर्ड का कैंप लगे, ताकि सभी को एनओसी मिले, उद्योग पानी बिना कैसे चलेंगे?
केंद्रीय मंत्री शेखावत- इस बारे में दिल्ली जाते ही आदेश निकालेंगे, जिसकी औपचारिकता पूरी हो गई, उसे एनओसी जरूर मिलेगी।
कृषि मंत्री ने दिया सुझाव, ताकि नया मार्केट खड़ा हाे
बाजरी सीधे बाजार में बेचने के बजाय इनके प्रोडक्ट बनाना चाहिए, जैसे बिस्किट, ओट, थुळी बनाकर बेचेंगे तो देश में नया मार्केट खड़ा होगा। इससे उत्पादकों को 10 गुना ज्यादा मुनाफा होगा। मारवाड़ में अनार की पैदावार भरपूर है, इसके बीज से तेल बनाकर बेचा जा सकता है।
संगठन की कार्यकारिणी घोषित, हर वर्ग को साथ रखा
पाली मंडिया रोड लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष सुनील गुप्ता, सचिव संपत संकलेचा, कोषाध्यक्ष गिरीश जोशी, पुनायता औद्योगिक क्षेत्र के अध्यक्ष लालचंद लसोड़, सचिव नीलेश सेमलानी, कोषाध्यक्ष राहुल मेहता, प्रथम व द्वितीय एवं चतुर्थ फेज तथा शेष में अध्यक्ष वीरेंद्र बाहेती, सचिव राणमल भंसाली, कोषाध्यक्ष महेंद्र तातेड़ के मनोनयन की घोषणा की। इसी प्रकार सोजत में संयोजक जयकिशन गर्ग एवं सह संयोजक सुरेश सुराना, रानी फालना इकाई के संयोजक विजय मालवीय एवं सहसंयोजक राम किशोर गोयल सुमेरपुर इकाई के संयोजक खेताराम एवं सह सचिव प्रकाश नागर को बनाया गया।